गीता शर्मा
सुंदरनगर, रायपुर (छ.ग.)
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मुझी से मुझी को चुराया तुम्हीं ने
अँगारों पै चलना सिखाया तुम्हीं नेसनी धूल से थे किताबों के पन्ने
उन्हें फूल जैसा सजाया तुम्हीं नेनहीं प्रेम का ढाई आखर पढ़ा था
वही हँसके मुझको पढ़ाया तुम्हीं नेसजल होती जाती हूँ मैं धीरे-धीरे
कमल इस हृदय का खिलाया तुम्हीं नेबनो मत, चलो पास आने की सोचो
बहुत यों ही अब तक सताया तुम्हीं ने
परिचय :- गीता शर्मा (विश्व कीर्तिमान धारक)
जन्मतिथि : १६/८/
जन्मस्थान : रायपुर (छ.ग.)
पति : श्री संजीव शर्मा
निवासी : सुंदरनगर, रायपुर (छ.ग.)
शिक्षा : पी.जी, (विद्यावाच्पति, विद्यासागर )
कार्य : स्वतंत्र लेखन
प्रकाशन : चार, तीन शासन से प्रकाशित
सम्मान : राज्यस्तरीय. २५, राष्ट्र स्तरीय. २३, अंतराष्ट्रीय..२
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