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२०२० तू जा

धैर्यशील येवले
इंदौर (म.प्र.)

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पाखंडी, निष्ठुर, निर्दयी
जारे बीस बीस अब तू जा
कर अपना मुंह श्याम
कारागार में चक्की पीस तू जा
जारे बीस बीस अब तू जा।

तूने अपनो से किया अलग
आज भी ह्रदय रहे सुलग
जीवन से तूने नाता तोडा
किया सभी को अलग थलग
गांव क्या स्मृति से भी तू जा
जारे बीस बीस अब तू जा।

आंखों से आँसू
पाव से रक्त बहाया तूने
रोजी रोटी को तरसाया
भूखा प्यासा सुलाया तूने
सुनी मांग व गोद कह रही तू जा
जारे बीस बीस अब तू जा।

मिलना था जो दंड मिल गया
मेरी करनी का फल मिल गया
अब रखूंगा तालमेल सृष्टि से
अब चौकड़ी भरना भूल गया
मैं हूँ अब प्रभु शरण मे तू जा
जारे बीस बीस अब तू जा
जारे बीस बीस अब तू जा।

परिचय :- धैर्यशील येवले
जन्म : ३१ अगस्त १९६३
शिक्षा : एम कॉम सेवासदन महाविद्याल बुरहानपुर म. प्र. से
सम्प्रति : १९८७ बैच के सीधी भर्ती के पुलिस उप निरीक्षक वर्तमान में पुलिस निरीक्षक के पद पर पीटीसी इंदौर में पदस्थ।
सम्मान : राष्ट्रीय हिंदी रक्षक मंच इंदौर hindirakshak.com द्वारा हिंदी रक्षक २०२० राष्ट्रीय सम्मान
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करता हूँ कि सर्वाधिकार सुरक्षित मेरी यह रचना, स्वरचित एवं मौलिक है।


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