Monday, December 23राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर आपका स्वागत है... अभी सम्पर्क करें ९८२७३६०३६०

हां, मैं शिक्षक हूं!

संजू “गौरीश” पाठक
इंदौर (मध्य प्रदेश)
********************

शिक्षक एक ऐसा दीपक है,
खुद अंधकार में रहता है।

करता आलोकित पथ सबका,
तिल – तिल करके खुद जलता है।।

हो विकट परिस्थिति कितनी भी,
मेहनत का पाठ पढ़ाते हैं।

मन का विज्ञान समझकर ही
शिक्षण में रुचि जगाते हैं।।

होते हैं ज्ञान पिपासु स्वयं,
संस्कारों का करते विकास।

बच्चों के स्तर पर जाकर,
सिखलाते हर संभव प्रयास।।

अपनाते नवाचार शिक्षण,
शिक्षा गुणवत्ता में सुधार।

अगणित गतिविधियां अपनाकर,
करते हैं शिक्षा का प्रसार।।

कर सहन प्रहार कोराेना का,
दायित्व निर्वहन में डटे रहे।

ऑनलाइन पद्धति अपनाकर,
निर्बाध शिक्षण करते रहे।।

परिचय :- संजू “गौरीश” पाठक
निवासी : इंदौर मध्य प्रदेश
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करती हूँ कि सर्वाधिकार सुरक्षित मेरी यह रचना, स्वरचित एवं मौलिक है।


आप भी अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर अपने परिचय एवं फोटो के साथ प्रकाशित करवा सकते हैं, राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि प्रकाशित करवाने हेतु अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, हिंदी में टाईप करके हमें hindirakshak17@gmail.com पर अणु डाक (मेल) कीजिये, अणु डाक करने के बाद हमे हमारे नंबर ९८२७३ ६०३६० पर सूचित अवश्य करें … 🙏🏻

आपको यह रचना अच्छी लगे तो साझा अवश्य कीजिये और पढते रहे hindirakshak.com राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच से जुड़ने व कविताएं, कहानियां, लेख, आदि अपने चलभाष पर प्राप्त करने हेतु राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच की इस लिंक को खोलें और लाइक करें 👉🏻hindi rakshak manch👈🏻 … राष्ट्रीय हिन्दी मंच का सदस्य बनने हेतु अपने चलभाष पर पहले हमारा चलभाष क्रमांक ९८२७३ ६०३६० सुरक्षित कर लें फिर उस पर अपना नाम और कृपया मुझे जोड़ें लिखकर हमें भेजें….🙏🏻.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *