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रचयिता : सुषमा दुबे
मैं ही नहीं पूरा देश स्तब्ध है उनके यूं अचानक छोड़कर चले जाने से। देश की आन, बान, शान, आशा, उमंग, आदर्श सरस्वती पुत्री…… सुषमा चली गई। अपने साथ ले गई एक विचारधारा जिस पर हर भारतीय महिला को नाज है। हर महिला उनके जैसी बनना चाहती है, मुझे लगता है हर महिला को अपने स्तर पर उनके जैसा मुखर, शक्ति स्वरूपा और दमदार बनने की कोशिश करना चाहिए, यही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। वे हमारे बीच सदा रहेगी एक आदर्श भारतीय नारी की मिसाल बनकर।
सौम्य, शालीन किंतु मुखर। हमेशा मुस्कुराती, तेज चाल से चलती। संसद में जब भाषण देती टीवी से नजरें हटाने का मन ही नहीं करता।
हमेशा भारतीय परिधान में लिपटी, माथे पर बड़ी सी हिंदी, साड़ी पर जैकेट पहने परंपरा और सादगी की प्रतिमूर्ति किंतु सबसे जुदा अंदाज।
जब बोलती थी अच्छे अच्छों के छक्के छूट जाते थे, आवाज़ में एक पुरजोर कोशिश लिए जब बोलना शुरू करती उनके धुर विरोधी भी मंत्र मुग्ध से सुनते रह जाते थे।
राजनीति की इतनी गहरी समझ कि विदेशी राजनेता तक आश्चर्य चकित रह जाते थे।
मन तो नहीं मान रहा कि वे चली गई है, लेकिन ……
लेखिका का परिचय :- नाम – सुषमा दुबे ( साहित्यकार, संपादक और समाजसेवी ) इंदौर
जन्म – ९ मार्च १९७०
शिक्षण- बेचलर ऑफ साइंस, बेचलर ऑफ जर्नलिज्म, डिप्लोमा इन एक्यूप्रेशर।
संप्रति – आल इण्डिया रेडियो, इंदौर में आकस्मिक उद्घोषक। कुछ पत्रिकाओं में सम्पादक/ सहसंपादक और स्तम्भ लेखिका, श्रीगौड़ समाज की उपाध्यक्ष, प्रेसिडेंट अक्षय वेलफ़ेयर सोसाइटी (वुमेन एंड चाइल्ड वेलफ़ेयर ब्रांच ), समाचार पत्रों/पत्रिकाओं एवं स्थानीय पत्र/ पत्रिकाओं में 700 से अधिक आलेखों, कहानियों, लघुकथाओं कविताओं, व्यंग्य रचनाओं एवं सम सामयिक विषयों पर रचनाओं का प्रकाशन, राज्य संसाधन केंद्र, इंदौर से नवसाक्षरों के लिए बतौर लेखक 15 से ज्यादा पुस्तकों का प्रकाशन, राज्य संसाधन केंद्र में बतौर संपादक/ सहसंपादक 35 से अधिक पुस्तकों का लेखन, पुनर्लेखन एवं सम्पादन, नेशनल बुक ट्रस्ट, दिल्ली से नवसाक्षरों हेतु एक पुस्तक प्रकाशित, दैनिक दबंग दुनिया, इंदौर मे बतौर फीचर एडिटर महिला, स्वास्थ्य ,सामाजिक विषयों, बाल पत्रिकाओ, सम सामयिक विषयों एवं फिल्म साहित्य पर लेखन एवं सम्पादन। म. प्र. शासन की योजना “सांझी सेहत अभियान” के ऑनलाइन न्यूजलेटर “सांझी सेहत हमारी कहानियां” का संपादन बतौर प्रधान संपादक, आकाशवाणी एवं दूरदर्शन में स्क्रिप्ट लेखन, रेडियो रिपोर्ट्स लेखन दूरदर्शन एवं आकाशवाणी केन्द्रों से कई हिन्दी और मालवी रचनाओं का प्रसारण, नव साक्षर अध्ययन सामग्री निर्माण में प्रवीणता हासिल, महिला एवं किशोरावस्था विषय पर लेखन का विशेष अनुभव। कई लेखन कार्यशालाओं में शिरकत, माध्यमिक विद्यालय में बतौर प्राचार्य 12 वर्षों का अनुभव, बच्चो, किशोरों एवं महिलाओं हेतु निशुल्क एक्यूप्रेशर तथा परामर्श केंद्र का संचालन ।
पुरस्कार – “राष्ट्रीय अभिव्यक्ति गौरव सम्मान,नागदा “राष्ट्रीय साहित्य कीर्ति एवं शिखर अलंकरण,भोपाल” “वुमन ऑफ द इयर (राष्ट्रीय सम्मान)” एवं “सोना देवी गौरव (राष्ट्रीय) सम्मान, गाजीपुर, उत्तर प्रदेश, कोठारी कालेज, इंदौर द्वारा “नारायणी विशिष्ट महिला सम्मान”, “अंतरा शब्द शक्ति सम्मान” इंदौर, अर्चना साहित्यिक संस्था, महू द्वारा “अर्चना साहित्य सम्मान”, इंदौर की कई सामाजिक एवं साहित्यिक संस्थाओ द्वारा अनेक सम्मान।
विशेष- मालवी बोली के प्रचार – प्रसार हेतु प्रयासरत, मालवी में लेखन, अभिनय कई मंचीय कवि सम्मेलनों और साहित्यिक गोष्ठियों में शिरकत, अनेक सभाओं के संचालन का अनुभव, नईदुनिया, इंदौर के नायिका मंच पर प्रमुख वक्ता के रूप में संबोधन, इंदौर लेखिका संघ की प्रचार मंत्री, इंदौर की कई साहित्यिक/सामाजिक संस्थाओ की सदस्य। सामाजिक कार्यों एवं गतिविधियों में विशेष रुचि।
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