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लिखते रहेंगे

मो. जमील
अंधराठाढी (मधुबनी)

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हम लिखते रहेंगे
अन्याय के खिलाफ
मेरी कलम हमेशा चलेगी
मैं सच्ची बात लोगों तक पहुंचाऊंगा
मेरी कलम लोगों को फायदे पहुंचाएगी
मैं अपनी कलम से
नफरत को जड़ से मिटाकर रहुंगा
मैं अपनी कलम से लोगों को जागरूक करुंगा
मेरा काम है लिखना पढ़ना
और लोगों तक प्रेम की बातें पहुंचाना
जिसकों अभी तक इंसाफ नहीं मिला
मैं अपनी कलम के माध्यम से
इंसाफ दिलाऊंगा
मैं कविता लेख के माध्यम से
लोगों को जागरूक करुंगा
मैं अपनी कलम से बलात्कारी
जैसी घिनौनी हरकत को खत्म करके रहुंगा
मैं अपनी कलम से नारी को सम्मान दिलाऊंगा
मैं अपनी कलम से
बुराइयों को दफन करके रहुंगा
मैं अपनी कलम से चहुंओर
खुशियाँ पहुंचाऊंगा
अपनी कलम से बेसहारा को
सहारा दिलाकर रहुंगा
मैं अपनी कलम हमेशा चलाता रहुंगा।

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परिचय :-  मो. जमील अंधराठाढी (मधुबनी)


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