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क्या लिखा है किस्मत में

होशियार सिंह यादव
महेंद्रगढ़ हरियाणा
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क्या लिखा है किस्मत में,
कई लोग भ्रम में पड़े हुये,
किस्मत अपने हाथों में हो,
जब दाता ने दो हाथ दिये।

उनकी किस्मत हो जिनके,
हाथ और पैर नहीं होते हैं,
रख आलसी हाथ पे हाथ,
अपनी किस्मत को रोते हैं।

प्रभु कहता महसूस होता,
कर ले रे इंसान! तू काम,
किस्मत रोना रोता रहा तो,
हो जाएगा जग में बदनाम।

गरीबी जन की हो गायब,
जुट जाये करे मेहनत जोर,
देखो खुशियां घर में आये,
नाच उठता है मन का मोर।

अमीर अगर घर में बैठेगा,
करेगा ना जब कहीं काम,
धन दौलत खत्म हो जाए,
करते रहो किस्मत बदनाम।

क्या लिखा है किस्मत में,
जाके पूछो मजदूर किसान,
किस्मत अपनी लिखता है,
कहलाता है धरा भगवान।

क्या लिखा है किस्मत में,
पूछो मेहनती विद्यार्थी से,
किस्मत कदमों में झुकती,
नहीं पूछ हाल स्वार्थी से।

खाने को दो जून न रोटी,
मूर्ख कहे किस्मत खोटी,
काम करे मुफ्त ना खाये,
किस्मत मांगे खुद मनौती।

झूठ बोलकर पाप करता,
किस्मत कहलाए खराब,
किस्मत को, क्या कहोगे,
दिनरात जो, पीता शराब।

किस्मत लिखने वाला भी,
ईश्वर वन वन भटकता है,
रावण की किस्मत न बुरी,
प्रभु के दिल में खटकता है।

किस्मत लिखता खुद जन,
जो मेहनतकश कहलाता है,
रूठ जाए किस्मत अगर वो,
पकड़ कर पास ले आता है।

मेहनत जिनका बस नारा है,
वो जगत में नहीं, बेचारा है,
वो नहीं किस्मत का मारा है,
वो ही प्रभु का अति प्यारा है।

आओ किस्मत जगा ले हम,
क्या लिखा है किस्मत अब,
सही कदम सही काम करो,
नाम जगत में कर देता रब।।

परिचय :- होशियार सिंह यादव
जन्म : कनीना, जिला महेंद्रगढ़, हरियाणा
पिता : स्व. श्री जयनारायण (कवि) एवं गोपालक देहांत १९८९
मां : स्व. मिश्री देवी गृहणि देहांत २०१६
निवासी : महेंद्रगढ़ हरियाणा
शिक्षा : पीएच. डी. (जारी) एम. एससी (बायो एवं आईटी), एम.ए. (हिंदी, अंग्रेजी एवं राजनीति शास्त्र), एमसीए, एम. एड., पीजी डिप्लोमा इन कंप्यूटर, पी जी डिप्लोमा इन जर्नलिज्म एवं मास कम्यूनिकेशन, पी जी डिप्लोमा इन गांधियन स्टडिज, गोल्ड मेडलिस्ट पंजाब वि.वि.।
रचनाएं : अब तक विभिन्न विषयों पर २४ पुस्तकें प्रकाशित। राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय पत्रिकाओं में शोधपत्र प्रकाशित, विभिन्न पत्र एवं पत्रिकाओं में कहानी, लेख, मुक्तक, क्षणिकाएं, प्रेरक प्रसंग, कविताएं प्रकाशित होती रहती हैं।
हरियाणा साहित्य अकादमी से अनुमोदित पुस्तकों में : आवाज, बाल कहानियां, उपयोगी पेड़ पौधे, शिक्षा एक गहना
व्यवसाय : लेखक, पत्रकार एवं शिक्षण कार्य में श्रेष्ठता।
सम्मान : हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी द्वारा कहानी लेखन में प्रथम पुरस्कार सहित पांच दर्जन सरकारी एवं गैर सरकारी संस्थाओं द्वारा सम्मानित। महेंद्रगढ़ न्यायाधीश द्वारा रजत पदक से सम्मानित। अरुंधती वशिष्ठ अनुंसधान पीठ द्वारा देशभर से आयोजित निबंध लेखन में एक्सीलेंस अवार्ड। हरियाणा के राज्यपाल से पुरस्कृत। तीन शोध भी प्रकाशित
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करता हूँ कि मेरी यह रचना स्वरचित एवं मौलिक है।


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