Thursday, November 7राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर आपका स्वागत है... अभी सम्पर्क करें ९८२७३६०३६०

जीते हैं, जीतेंगे हम

==============================

रचयिता : रीतु देवी

हमने पीछे पलटकर देखना नहीं,
मुश्किलों से हमें घबराना नहीं,
दृढ अटल होकर बढाना है कदम,
जीते हैं, जीतेंगे हम।
सहना है काँटों की चुभन,
चलना है बिना परवाह किए तपन,
छू लेंगे आसमां, है हममें दम
जीते हैं, जीतेंगे हम।
जब साथ है करोड़ों हाथों का साथ,
न कम होने देंगे आत्मविश्वास हमारे नाथ,
नयी ऊर्जा से लबरेज रहेंगे हरदम,
जीते हैं, जीतेंगे हम।

लेखीका परिचय :-  नाम – रीतु देवी (शिक्षिका) मध्य विद्यालय करजापट्टी, केवटी दरभंगा, बिहार

आप भी अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि अपने परिचय एवं फोटो के साथ प्रकाशित करवा सकते हैं, अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि प्रकाशित करवाने हेतु हिंदी में टाईप करके हमें hindirakshak17@gmail.com पर मेल कीजिये मेल करने के बाद हमे हमारे नंबर ९८२७३ ६०३६० पर सूचित अवश्य करें … और अपनी कविताएं, लेख पढ़ें अपने मोबाइल पर या गूगल पर www.hindirakshak.com खोजें…🙏🏻

आपको यह रचना अच्छी लगे तो साझा जरुर कीजिये और पढते रहे hindirakshak.com  कविताएं, कहानियां, लेख, आदि अपने मोबाइल पर प्राप्त करने हेतु हिंदी रक्षक से जुड़ने के लिए अपने मोबाइल पर पहले हमारा नम्बर ९८२७३ ६०३६० सुरक्षित कर लें फिर उस पर अपना नाम और कृपया मुझे जोड़ें लिखकर हमें भेजें…

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *