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कंचन प्रभा
दरभंगा, बिहार
परम्परा में बंधी ये औरत
परम्परा से रची ये औरत
परम्परा के नाम पर
बहुत यातना सही ये औरत
परम्परा ने मारा उसको
परम्परा ने किया है घायल
परम्परा के आड़े आ कर
घुट घुट जीती रही ये औरत
परम्परा नसीब है उसका
परम्परा नसीहत है
हर परिवार का मान बढाती
परम्परा में बंधी ये औरत
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लेखिका का परिचय :- कंचन प्रभा
निवासी – लहेरियासराय, दरभंगा, बिहार
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