📜««« आज का पंचांग »»»📜
कलियुगाब्द…………………..५१२१
विक्रम संवत्………………….२०७६
शक संवत्…………………….१९४१
रवि……………………….दक्षिणायन
मास………………………….भाद्रपद
पक्ष…………………………….कृष्ण
तिथी………………………….द्वादशी
रात्रि ०२ .३३ पर्यंत पश्चात त्रयोदशी
सूर्योदय………..प्रातः ०६ .०७ .३६ पर
सूर्यास्त………..संध्या ०६ .४९ .५१ पर
सूर्य राशि…………………………सिंह
चन्द्र राशि………………………मिथुन
नक्षत्र…………………………..पुनर्वसु
रात्रि ०१ .०६ पर्यंत पश्चात पुष्य
योग……………………………..सिद्धि
प्रातः ०९ .१८ पर्यंत पश्चात वरिघ
करण…………………………..कौलव
दोप ०३ .५२ पर्यंत पश्चात तैतिल
ऋतु……………………………….वर्षा
दिन…………………………..मंगलवार
🇬🇧 आंग्ल मतानुसार :-
२७ अगस्त सन २०१९ ईस्वी |
☸ शुभ अंक…………………९
🔯 शुभ रंग………………काला
👁🗨 राहुकाल :-
दोप ०३ .३६ से ०५ .१० तक ।
🌞 उदय लग्न मुहूर्त :-
सिंह
०५ :२८ :३१ ०७ :४० :२५
कन्या
०७ :४० :२५ ०९ :५१ :०९
तुला
०९ :५१ :०९ १२ :०५ :४८
वृश्चिक
१२ :०५ :४८ १४ :२१ :४९
धनु
१४ :२१ :४९ १६ :२७ :०१
मकर
१६ :२७ :०१ १८ :१३ :३२
कुम्भ
१८ :१३ :३२ १९ :४६ :२४
मीन
१९ :४६ :२४ २१ :१६ :५४
मेष
२१ :१६ :५४ २२ :५६ :५७
वृषभ
२२ :५६ :५७ २४ :५५ :०२
मिथुन
२४ :५५ :०२ २७ :०८ :२६
कर्क
२७ :०८ :२६ २९ :२४ :३४
🚦 दिशाशूल :-
उत्तरदिशा – यदि आवश्यक हो तो गुड़ का सेवन कर यात्रा प्रारंभ करें ।
✡ चौघडिया :-
प्रात: ०९ .१८ से १० .५३ तक चंचल
प्रात: १० .५३ से १२ .२७ तक लाभ
दोप. १२ .२७ से ०२ .०१ तक अमृत
दोप. ०३ .३६ से ०५ .१० तक शुभ
रात्रि ०८ .१० से ०९ .३६ तक लाभ ।
📿 आज का मंत्र :-
|| ॐ नरमेधवते नम: ||
📯 संस्कृत सुभाषितानि :-
दुर्जन प्रथमं वन्दे सज्जनं तदनन्तरम् ।
मुखप्रक्षालनात्पूर्व गुदप्रक्षालनं यथा ॥
अर्थात :-
मैं दुर्जन को प्रथम वंदन करता हूँ, और बाद में सज्जन को । मुख धोने से पहले गुद्प्रक्षालन करना चाहिए ।
🍃 आरोग्यं :-
छोटी सी किशमिश के बड़े-बड़े फायदे –
१ . कब्ज दूर करती है किशमिश –
किशमिश खाने से कब्ज में बहुत फायदा मिलता है। इसे पानी में भिगाकर खाने से कब्ज दूर होता है। अगर आपको कब्ज, एसिडिटी और थकान की समस्या है तो यह काफी फायदेमंद साबित हो सकती है। इसका नियमित रूप से सेवन करने से जल्द आपको फायदा नजर आएगा।
२ . खून की कमी दूर करने के लिए –
किशमिश में पर्याप्त मात्रा में विटामिन बी कॉम्प्लेक्स पाया जाता है जिससे खून की कमी नहीं होती।
⚜ आज का राशिफल :-
🐏 राशि फलादेश मेष :-
(चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ)
भूले-बिसरे साथियों से मुलाकात होगी। उत्साहवर्धक सूचना मिलेगी। आत्मसम्मान बना रहेगा। बुद्धि का प्रयोग करेंग। कार्य में सफलता मिलेगी। पार्टनरों का सहयोग प्राप्त होगा। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। लाभ में वृद्धि होगी। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। समय सुखपूर्वक व्यतीत होगा।
🐂 राशि फलादेश वृष :-
(ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
लाभ के अवसर हाथ आएंगे। मेहनत का फल मिलेगा। मान-सम्मान मिलेगा। मित्रों का सहयोग कर पाएंगे। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। व्यापार लाभदायक रहेगा। निवेश शुभ रहेगा। ऐश्वर्य के साधनों पर खर्च होगा। घर-बाहर सुख-शांति रहेगी। भाग्य का साथ रहेगा। प्रमाद न करें।
👫 राशि फलादेश मिथुन :-
(का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह)
कानूनी अड़चन दूर होकर लाभ की स्थिति बनेगी। शत्रु पस्त होंगे। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। व्यापार लाभदायक रहेगा। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। भाइयों का सहयोग प्राप्त होगा। मानसिक बेचैनी रहेगी। सभी तरफ से सफलता प्राप्त होगी। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। ऐश्वर्य के साधनों पर अधिक व्यय होगा।
🦀 राशि फलादेश कर्क :-
(ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
किसी व्यक्ति के बहकावे में न आएं। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। स्थायी संपत्ति के कार्य बड़ा लाभ दे सकते हैं। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। समय की अनुकूलता का लाभ लें। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रह सकता है। जोखिम न उठाएं। प्रसन्नता रहेगी।
🦁 राशि फलादेश सिंह :-
(मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
कानूनी अड़चन सामने आएगी। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। बेचैनी रहेगी। व्यर्थ दौड़धूप रहेगी। रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। पार्टी व पिकनिक का आनंद प्राप्त होगा। मित्रों के साथ समय मनोरंजक व्यतीत होगा। प्रसन्नता में वृद्धि होगी। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। रोजगार मिलेगा। भाग्योन्नति के प्रयास सफल रहेंगे।
👩🏻🦰 राशि फलादेश कन्या :-
(ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
कोई बड़ी बाधा उठ खड़ी हो सकती है। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें, गुम हो सकती है। विवाद के बढ़ावा न दें। बुरी खबर मिल सकती है, धैर्य रखें। किसी व्यक्ति विशेष से कहासुनी हो सकती है। मेहनत अधिक होगी। लाभ के अवसर टलेंगे। मानसिक बेचैनी रहेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। लाभ होगा।
⚖ राशि फलादेश तुला :-
(रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
विवाद को बढ़ावा न दें। चोट व दुर्घटना के प्रति सावधानी आवश्यक है। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। बनते कामों में विघ्न आ सकते हैं। चिंता तथा तनाव रहेंगे। बेकार बातों की तरफ ध्यान न दें। व्यवसाय ठीक चलेगा। आय होगी। फालतू खर्च होगा।
🦂 राशि फलादेश वृश्चिक :-
(तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
विवाद को बढ़ावा न दें। फालतू खर्च होगा। अपेक्षाकृत कार्यों में विलंब होगा। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। किसी व्यक्ति के बहकावे में न आएं। परिवार के किसी व्यक्ति के स्वास्थ्य पर खर्च होगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। आय में निश्चितता रहेगी। चिंता तथा तनाव रहेंगे। जल्दबाजी न करें।
🏹 राशि फलादेश धनु :-
(ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे)
धार्मिक अनुष्ठान में भाग लेने का अवसर प्राप्त होगा। तीर्थयात्रा की योजना बनेगी। कानूनी अड़चन दूर होकर लाभ की स्थिति बनेगी। व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल लाभ देगा। निवेश में सोच-समझकर हाथ डालें। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। पार्टनरों का सहयोग मिलेगा। दुष्टजनों से सावधान रहें। प्रमाद न करें।
🐊 राशि फलादेश मकर :-
(भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)
यात्रा लाभदायक रहेगी। रुका हुआ धन प्राप्त हो सकता है। आय में वृद्धि होगी। लाभ में वृद्धि होगी। कारोबार में वृद्धि होगी। शेयर मार्केट से लाभ होगा। व्यापार ठीक चलेगा। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। समय की अनुकूलता का लाभ लें। विरोधी सक्रिय रहेंगे। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। पारिवारिक चिंता रहेगी। जोखिम न लें।
🏺 राशि फलादेश कुंभ :-
(गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
किसी बड़े काम को करने की तीव्र इच्छा जागृत होगी। आर्थिक उन्नति की योजना बनेगी। व्यापार लाभदायक रहेगा। कार्यस्थल पर परिवर्तन हो सकता है। नए उपक्रम प्रारंभ हो सकते हैं। कार्यसिद्धि होगी। प्रसन्नता में वृद्धि होगी। मान-सम्मान मिलेगा। जल्दबाजी से काम बिगड़ सकते हैं। थकान व कमजोरी रहेगी।
🐡 राशि फलादेश मीन :-
(दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
शेयर मार्केट, म्युचुअल फंड से मनोनुकूल लाभ होगा। बेरोजगारी के प्रयास सफल रहेंगे। यात्रा लाभदायक रहेगी। भेंट व उपहार की प्राप्ति होगी। कोई बड़ी समस्या का हल सहज ही होगा। समय अनुकूल है। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। वाणी पर नियंत्रण रखें। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें।
☯ आज का दिन सभी के लिए मंगलमय हो ।
विद्वतजन कृपया ध्यान दें
हरतालिका तीज व्रत 2 सितंबर को
पंचांग भेद को लेकर एक बार फिर हरितालिका तीज व्रत की तिथि १ सितंबर रविवार और २ सितंबर सोमवार को पंचांगों में बताई गई है।
नीमच के निर्णय सागर पंचांग में हरितालिका तीज व्रत भाद्रपद शुक्ल द्वितीया रविवार ( १ सितंबर ) को बताई है।
जबकि
उज्जैन के महाकाल पंचांग में हरितालिका तीज व्रत भाद्रपद शुक्ल तृतीया सोमवार ( २ सितंबर ) को बताई है।
इन तिथि भेद का स्पष्टिकरण निर्णय सिंधु के पृष्ठ १६९ – १७० पर विस्तार से दिया गया है।
( देखें निर्णय सिंधु में लिखित जानकारी)
निर्णय सिंधु ने स्पष्ट किया है कि हरतालिका व्रत भाद्रपद शुक्ल तृतीया को होता है। उसमें अगली तिथि ग्रहण करना चाहिए। चतुर्थी सहित तीज अधिक फल देती है। यह सौभाग्य को बढ़ाने वाली होती है।
जबकि
द्वितीया से संयुक्त तीज व्रत वैधव्य प्रदान करती है।
अतः हरतालिका तीज व्रत भाद्रपद शुक्ल तृतीया सोमवार २ सितंबर को ही करना उत्तम है।
निर्णय सिंधु के अनुसार १ सितंबर को तीज व्रत करने की मनाही है।
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