श्रीमती शोभारानी तिवारी
इंदौर म.प्र.
********************
बेटियों के साथ हर दिन कई घटनाएं घट रही है, आज यहां तो कल वहां। कभी रेप के बाद उन्हें जिन्दा जला दिया जाता है, कभी उनकी जीभ काट ली जाती है, हड्डियां तोड़ दी जाती हैं, उन्हें मरने पर मजबूर कर दिया जाता है। जो बेटियां मर रहीं हैं, वह बेटियां घर की रौनक, मां बाप के दिल की धड़कन और देश और समाज का हिस्सा थी, उनके हिस्से में आता है केवल मौत, और अगर मारने वालों को सजा होती भी है तो उन्हें बचाने के लिए नेता पहुंच जाते हैं फिर कुछ दिनों बाद वे वहशी दरिंदे स्वच्छन्द घूमने लगते हैं। आखिर हमारा समाज कहां जा रहा है। अभी-अभी हमने नवरात्रि मनाई है ,और कन्या पूजन भी किया है, उनका यह परिणाम कि एक बेटी को सरेआम गोली मार दी गई। आखिर कानून सबके लिए एक जैसा क्यों नहीं है? वहां भी बड़ा ,छोटा जात, धर्म देखा जाता है। वैसे निर्भया जैसे केस में भी ७ साल तक उनके माता-पिता को दर-दर की ठोकरें खानी पड़ी ,और शारीरिक और मानसिक परेशानियों का सामना करना पड़ा। मौत का बदला मौत यह कानून होना चाहिए, तभी लोगों में डर होगा। कब तक के बेटी निर्दोष होने के बाद भी वहशी दरिंदों की भेंट चढ़ती रहेंगी? हमारी सरकार शाम, दाम, दंड, भेद अपनाकर उस केस को रफा-दफा करने में लगी रहेगी। प्रधानमंत्री का नारा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का क्या होगा? यही हाल रहा तो एक दिन यह समाज बिटिया विहिन हो जाएगा। बेटियां अपने भविष्य को लेकर सपने बुनती हैं, और उनका सपना उन्हीं के साथ दफन हो हो रहा है। जिस मां बाप को अपने बेटी पर नाज था , उन्हें जीवनभर ऐसा दर्द मिला कि वह नासूर बन जाएगा। आखिर इन घटनाओं का अंत कब होगा पता नहीं? कब तक बेटियों को मरना होगा? ऐसे संविधान में संशोधन क्यों नहीं हो सकता जिसमें बेटियों का सम्मान नहीं है? जब इतने वर्षों से चला आ रहा ३७० हट सकता है तो संविधान में संशोधन क्यों नहीं हो सकता?
परिचय :- श्रीमती शोभारानी तिवारी
पति – श्री ओम प्रकाश तिवारी
जन्मदिन – ३०/०६/१९५७
जन्मस्थान – बिलासपुर छत्तीसगढ़
शिक्षा – एम.ए समाजश शास्त्र, बी टी आई.
व्यवसाय – शासकीय शिक्षक सन् १९७७ से वर्तमान में शासकीय हिन्दी प्राथमिक विद्यालय क्र. ६४ इन्दौर में प्रधानाचार्य
किसी क्षेत्र में उपलब्धियों का विवरण –
१ श्रेष्ठ शिक्षक अवार्ड ५ सितंबर२०१५
२ उत्कृष्ट शिक्षक अवार्ड (आइसेक्ट यूनिवर्सिटी) २०१३
३ एक्सिलेंस टीचर्स अवार्ड (पत्रिका द्वारा) इंदौर २०१५
४ मालव रत्न अवार्ड इन्दौर २०१६
५ राज्य स्तरीय पुरस्कार दैनिक विनय उजाला २०१६
६ शिक्षा के क्षेत्र में विशिष्ट सम्मान (साहित्य कलश द्वारा ) २०१८
प्रकाशित रचनाओं की संख्या – ६०
प्रकाशित पुस्तकों की संख्या – ०१
विधा – काव्य (एक उड़ान उन्मुक्त गगन में )
प्राप्त सम्मान :-
१ जे एम डी पब्लिकेशन द्वारा हिन्दी सेवी सम्मान (दिल्ली) २०१२
२ साहित्य रत्नाकर सम्मान (लखनऊ) २०१५
३ माहेश्वरी सम्मान (भोपाल) २०१५
४ डाँ. महाराज कृष्ण स्मृति सम्मान (शिलांग) २०१५ स्वर्ण पदक
५ विकल सम्मान (उत्तर प्रदेश) २०१६
६ विद्या वाचस्पति पुरस्कार (भागलपुर बिहार) २०१६
७ साहित्य भूषण एवं नारी रत्न सम्मान (रायपुर)
८ रविन्द्रनाथ ठाकुर सारस्वत साहित्य सम्मान (कोलकाता) २०१५
९ महिला गौरव सम्मान (खण्डवा) २०१७
१० कलमवीर सम्मान (ग्वालियर) २०१७
११ राष्ट्रीय हिंदी रक्षक मंच इंदौर म.प्र. (hindirakshak.com) द्वारा – हिंदी रक्षक २०२० राष्ट्रीय सम्मान, कुल ४३ अवार्ड
काव्य पाठ का विवरण :-
आकाशवाणी से कविताओं का प्रसारण १६ वर्षों से
खण्डवा म. प्र., कनाड़िया इन्दौर, स्मृति नगर इन्दौर, शिक्षक नगर इन्दौर, पत्रिका मेला इन्दौर, तिलक नगर इन्दौर, माण्डव जिला म. प्र. में
राष्ट्रीय हिंदी रक्षक मंच द्वारा आयोजित अ. भा. कवि सम्मेलन में।
घोषणा – मै घोषणा करती हूँ कि प्रेषित जीवन परिचय में मेरे द्वारा दी गई समस्त जानकारी पूर्णतया सत्य है। असत्य पाए जाने की दशा मे हम स्वयं जिम्मेदार होंगे। मैं यह प्रमाणित करती हूँ कि मेरी यह रचना स्वरचित एवं मौलिक है।
आप भी अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि राष्ट्रीय हिंदी रक्षक मंच पर अपने परिचय एवं फोटो के साथ प्रकाशित करवा सकते हैं, राष्ट्रीय हिंदी रक्षक मंच पर अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि प्रकाशित करवाने हेतु अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, हिंदी में टाईप करके हमें hindirakshak17@gmail.com पर अणु डाक (मेल) कीजिये, अणु डाक करने के बाद हमे हमारे नंबर ९८२७३ ६०३६० पर सूचित अवश्य करें …🙏🏻
आपको यह रचना अच्छी लगे तो साझा जरुर कीजिये और पढते रहे hindirakshak.com राष्ट्रीय हिंदी रक्षक मंच से जुड़ने व कविताएं, कहानियां, लेख, आदि अपने चलभाष पर प्राप्त करने हेतु राष्ट्रीय हिंदी रक्षक मंच की इस लिंक को खोलें और लाइक करें 👉 hindi rakshak manch 👈… राष्ट्रीय हिंदी रक्षक मंच का सदस्य बनने हेतु अपने चलभाष पर पहले हमारा चलभाष क्रमांक ९८२७३ ६०३६० सुरक्षित कर लें फिर उस पर अपना नाम और कृपया मुझे जोड़ें लिखकर हमें भेजें…🙏🏻