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ये मेरा आसमाँ

रीतु देवी “प्रज्ञा”
(दरभंगा बिहार)

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ये मेरी धरती, ये मेरा आसमाँ
पर्यावरण बचाकर रखें सुरक्षित सारा जहाँ।
स्वचछता का मूल मंत्र हो सबकी जुबान,
प्रदूषण फैला न, दे सबको जीवन दान।
धरा बनाए सुंदर सा उद्यान,
उड़े सुंगधित खुशबू नीला आसमाँ।
कदम-कदम तरू की हरियाली हो
जिस पथ ओर चलूँ विकासवाली हो
मिले प्राण रक्षक तत्व, हो जाए जीवन आसान
ये मेरी धरती, ये मेरा आसमाँ।

 

लेखीका परिचय :-  रीतु देवी (शिक्षिका) मध्य विद्यालय करजापट्टी, केवटी दरभंगा, बिहार


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