राजेन्द्र कुमार श्रीवास्तव
सीहोर, (म.प्र.)
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(हिन्दी रक्षक मंच द्वारा आयोजित अखिल भारतीय कविता लेखन प्रतियोगिता में प्रेषित कविता)
ठहरो ऐ बहती हवाओं,
हदय ऑंगन में बिखरी,
कलियॉं चुन लूँ,
मदिरा मयी खुशबू,
लेते जाना-प्रतिक्षित प्रिय
पर प्रदान करना।
ठहरो ऐ उड़ते बादल,
मन मस्तिष्क में उभरी,
शीतलता। को भर लॅूं;
आगोश में, वर्षा देना-प्रेम,
प्यार-प्रणय की फुहार,
ठहरो ऐ चमकते चॉंद-तारे,
मुख-मंडल व अन्त: में,
उदित दीप्ति की छटा भर लूँ,
लेते जाना- प्रदीप्त कर देना अर्न्तरमन…….
परिचय :– राजेन्द्र कुमार श्रीवास्तव
जन्म :- ०४ नवम्बर १९५७
शिक्षा :- बी.ए.
निवासी :- भोपाल रोड, जिला-सीहोर, (म.प्र.)
प्रकाशन :- कहानियॉं, कविताएँ, स्थानीय, एवं अखिल भारतीय प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में समय-समय पर यदा-कदा छपती रही हैं।
सम्प्रति :- म.प्र.पुलिस (नवम्बर २०१७) से सेवानिवृत के पश्चात् स्वतंत्र लेखन।
सम्मान :- २ अक्टूवर २०१८ को हिन्दी भवन, भोपाल में राज्यपाल द्वारा, सम्मानित तथा स्थानीय अखिल भारतीय साहित्यविद् समीतियों द्वारा सम्मान प्राप्त।
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