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आँसू

ममता रथ
रायपुर
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बड़े मासूम से होते है आँसू मेरे दोस्त
दिखते है मोतियो से पर पानी से होते है
दुख हो या सुख, भावनाओं के रूप मे बहते है
कह जाते है वो भी जो बातें अनकहे होते है
जीवन के सूनेपन मे ये दोस्त बन जाते है
आँखों से ये पतझड़ के पत्तों के तरह गिरते है
आँसू की बरखा मे जो भीगते है
वही जीवन का मधुर गीत सीख पाते है
बहुत तकलीफ देते है वो जख्म
जो बिना कसूर के मिलते है

परिचय :-  ममता रथ
पिता : विद्या भूषण मिश्रा
पति : प्रकाश रथ
निवासी : रायपुर
जन्म तिथि : १२-०६-१९७५
शिक्षा : एम ए हिंदी साहित्य
सम्मान व पुरस्कार : लायंस क्लब बिलासपुर मे सम्मानित, श्री रामचन्द्र साहित्य समिति ककाली पारा रायपुर २००३ में सांत्वना पुरस्कार, लोक राग मे प्रकाशित, रचनाकार में प्रकाशित
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करती हूँ कि सर्वाधिकार सुरक्षित मेरी यह रचना, स्वरचित एवं मौलिक है।


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