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Tag: मीनाक्षी झा

चलो कहीं घूम आए
कविता

चलो कहीं घूम आए

मीनाक्षी झा रायपुर (छत्तीसगढ़) ******************** चलो दोस्तों कहीं घूम आये सारे गम को भूल जाये फिर से जी ले एक बार अपने लिये बारिश में वो कागज की कश्तिया बनाऐ आसमान में गुब्बारे उड़ाये रेत में घरौंदे सजाऐ बचपन के दिन लौटा आये चलो दोस्तों कहीं घूम आये ... खिन्न होता सा ये जीवन फिर से इसे बेबात हंसना सीखाऐ बिना किसी खौफ के जीना सीखाऐ वक्त के पहिए ने इसे पेचीदा सा बना दिया चलो मिल कर ‌ एक-एक गांठ हम खुद सुलझाए चलो दोस्तो कहीं घूम आये ... परिचय :- मीनाक्षी झा निवासी : रायपुर (छत्तीसगढ़) शिक्षा : स्नातकोत्तर (शिक्षा मनोविज्ञान) सम्प्रति : शिक्षिका घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करती हूँ कि सर्वाधिकार सुरक्षित मेरी यह रचना, स्वरचित एवं मौलिक है। आप भी अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर अपने परिचय एवं छा...