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Tag: ऐश्वर्या साहू

उठो बेटियां साहसी बनो
कविता

उठो बेटियां साहसी बनो

ऐश्वर्या साहू महासमुंद (छत्तीसगढ़) ******************** उठो बेटियां साहसी बनो तुम्हे स्वयं की रक्षा करनी होंगी। बहुत हुई ये मासूमियत अब, अपने स्वाभिमान की रक्षा करने झांसी की रानी बननी होगी। कौन तुम्हे हर पल बचाने आयेंगे, घात लगाये यहां तो हर कदम पर राक्षस है बैठा, बहुत हुई माता सती का रूप, दुष्टो का संहार करने अब माँ काली का रूप धरनी होगी। उठो बेटियां साहसी बनो, तुम्हे स्वयं की रक्षा करनी होंगी। जो करें अपमानित तुम्हारे आबरू को उसे अपनी ताकत का पहचान कराने, अब उसका विनाश करना होगा। अब खुद को सवारना बहुत हुआ, सवारना अब दुनिया को होगा। उठो बेटियां साहसी बनो, तुम्हे स्वयं की रक्षा करनी होंगी। दुसरो पर ना विश्वास कर तु, कर विश्वास अपने बाजुओ पर अब स्वयं की रक्षा करनी होगी। बहुत हुआ चूल्हा चौका, दुष्टो को अब सबक सिखाने, भाला तलवार पकड़नी होगी। हमें स्वयं को इस द...
हम भारत माता की संतान है
कविता

हम भारत माता की संतान है

ऐश्वर्या साहू महासमुंद (छत्तीसगढ़) ******************** न धर्म से संबंध है मेरा न वंश से संबंध मेरा हिन्दुतान से है l कहते है दुनिया वाले हमे बहुत अभिमान हैl तो हाँ हमे बहुत अभिमान है अभिमान हमे इस बात का की हम भारत माता की संतान है | इस भारत भूमि में जन्मे कई वीर पुरुष महान है l हमे अभिमान इस बात का है कि हम भारत माता की संतान है ल अमृत सा इसकी नदियों का जल इसकी भूमि पावन है , जिसके चरणों मे खड़ा हिमालय करता इसका अभिवादन है l जिसके चरणों मे समर्पित सबका जीवन, चाहे मजदूर, सिपाही, नेता, चाहे किसान है l हमे अभिमान है इस बात का की हम भारत माता की संतान है ल विविधताओं का देश है हमारा हर धर्म, हर संस्कृति का आदर करना हमारी पहचान है l हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सभी पुत्र जिसके लिए समान है l हमे अभिमान है इस बात का की हम भारत माता की संतान है ल विकाशशील व...
रख हौसला वो मंजर भी आएगा
कविता

रख हौसला वो मंजर भी आएगा

ऐश्वर्या साहू महासमुंद (छत्तीसगढ़) ******************** रख हौसला वो मंजर भी आएगा अभी है दौर है कठिनाइयों का, कल खुशियों का समंदर भी आएगा। अभी शिकायते है जिन्हें आपसे, कल उन्हें ही आप पर फक्र होगा, देखना एक दिन वो पल भी आएगा।। सबको अकेले ही निभाना होता है, अपनी जिम्मेदारियों अपने फर्ज, कल होगा सबका साथ वो पल भी आएगा। अभी वक्त कुर्बानी का है अनगिनत सफलताये राहो में होंगे देखना एक दिन वो कल भी आएगा।। हिम्मत नही हारना टूटना नही कभी, यही तो पल संघर्ष का है। सब ठीक होगा सब साथ होंगे सब अपने पास होंगे और वो पल हर्ष का होगा। एक नई सुबह के उत्कर्ष का होगा।। परिचय :- ऐश्वर्या साहू निवासी : ग्राम पटेवा, महासमुंद (छत्तीसगढ़) घोषणा पत्र : यह प्रमाणित किया जाता है कि मेरी यह रचना स्वरचित एवं मौलिक है। आप भी अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि ...