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Tag: उज्जवल मिश्र

मेरे पापा
बाल कविताएं

मेरे पापा

********** उज्जवल मिश्र मुजफ्फरपुर बिहार मेरे पापा बहुत है अच्छे अच्छी बात सिखलाते हैं सूरज को उगने से पहले प्रतिदिन उठ जाते हैं योगा प्राणायाम नित्य करते कराटे भी सिखलाते है ऑफिस जाते ९:०० बजे शाम ५:०० बजे घर आते हैं शाम का नाश्ता साथ में करते फिर पार्क में टहलने हम जाते हैं मेरे पापा बहुत है अच्छे अच्छी बात सीखलाते हैं मेरे पापा दुनिया के सबसे अच्छे पापा हैं वो मेरे अच्छे दोस्त भी हैं वो मेरे अच्छे पापा है! अच्छी पुस्तक लाकर देते अच्छी बात बताते हैं मेरे पापा बहुत है अच्छे मुझे बहुत प्यार है करते अच्छी बात सिखलाते हैं तभी तो दुनिया के वो सबसे अच्छे पापा कहलाते हैं मेरे पापा बहुत है अच्छे अच्छी बात से सिखलाते हैं! लेखक परिचय :- उज्जवल मिश्र मुजफ्फरपुर  बिहार आप भी अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि हिंदी रक्षक मंच पर अपने परिचय एवं फोटो के साथ प्रकाशित करवा सकते हैं, हिंद...
मेरी मां
कविता

मेरी मां

********** उज्जवल मिश्र मुजफ्फरपुर बिहार उठता हूं ७:०० बजे मैं तुम ५:०० बजे जग जाती हो मेरी मां बचपन से आज तक मैं देख रहा हूं तुमको मां कितनी सुंदर कितनी प्यारी लगती हो तुम मेरी मां उठता हूं ७:०० बजे मैं तुम ५:०० बजे जग जाती मेरी मां सूरज को उगने से पहले चिड़िया को चहकने से पहले उठ जाती है मेरी मां करती योगा रोज सवेरे पूजा पाठ करती हर रोज नाश्ता में कभी आलू पराठे और चटनी बनाती हो तो कभी बनाती पूरी हलवा भुजिया भी बनाती हो सूरज को उगने से पहले चिड़िया को चहकने से पहले उठ जाती है मेरी मां कितनी सुंदर कितनी प्यारी लगती हो तुम मेरी मां समय से उठना समय से सोना यह बात बतलाती मेरी मां स्वस्थ रहोगे जीवन भर जो तुम अपनाएं मेरी बात सूरज को उगने से पहले चिड़िया को चहकने से पहले उठ जाती है मेरी मां मैं भी उठूंगा ५:०० बजे यह वादा करता हूं मेरी मां योगा करेंगे प्रतिदिन हम मंदिर साथ में जाएंगे आज से बदल...