रंग बिरंगा उपहार
सुधीर श्रीवास्तव
बड़गाँव, गोण्डा, (उत्तर प्रदेश)
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अभी-अभी पाकिस्तानी प्रधानमंत्री
शहबाज शरीफ का फोन मेरे पास आया
मैंने बड़ी इज्जत से फोन उठाया
प्यार से फरमाया
क्या हाल है भाया
जल्दी बोलो फोन क्यों मिलाया?
शहबाज शरीफ तो जैसे रो पड़े
क्या बताऊं जनाब
हमारे देश की हालत आप से छिपी है क्या?
और क्या बताऊं?
लोग भूखों मरने लगे हैं
दुनिया भीख देने को तैयार नहीं है
आपका पुराना दोस्त कटोरा खान
सिर पर चढ़ता जा रहा है,
कटोरा संस्कृति हमारी
नस -नस में ढकेल चुका है
हमने भी उसका अनुसरण किया
पर औंधे मुंह गिर पड़ा।
अब मेरा हाल इधर खाई उधर कुंए जैसी है
भाई लंदन में मजे कर रहा है
भतीजी यहां नाक में दम किए है
सारी समस्या की जड़ मुझे बता रही हैं।
कुछ समझ में नहीं आता
अब आप ही कोई राह दिखाइए
मेरा ही नहीं पाकिस्तान का भी
बेड़ा गर्क होने से बचाइए।
मैं ...