जीवन का सफर
निधि गुप्ता (निधि भारतीय)
बुलन्दशहर (उत्तरप्रदेश)
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जिंदगी का सफर जहां है, रहस्यमई,
वहीं है रोमांचकारी भी,
कभी है गम, इसमें तो,
कभी है असीम खुशी...
एक गुत्थी है यह,
जो कभी किसी से ना सुलझी,
किस पल में क्या होगा?
है पहेली उलझी उलझी...
जिंदगी का सफर,
अनवरत चलता रहता है,
क्या है?, उद्देश्य इसका,
कभी पता नहीं चलता है...
अनुभव जीवन के सफर में,
कुछ खट्टे, कुछ मीठे होते हैं,
सुख-दुख, लाभ-हानि,
आशा-निराशा सभी साथ होते हैं...
किसी के लिए, बुरा होना कर्मफल है,
किसी के लिए, बुरा करना राजनीति....
किसी के लिए, क्षमा करना मानव धर्म है,
किसी के लिए, अपराध करना, अपनी नीति....
कोई पैसे के लालच में ईमान बेच दे,
कोई सेवाभाव में समर्पण कर दे,
किसी के लिए सबका,
भला सोचना मानव धर्म है,
किसी के लिए, सबको
नीचा दिखाना राजधर्म है....
कभी-कभी, सफर में जीवन के,
अ...