अभिनन्दन है, नववर्ष
दुर्गादत्त पाण्डेय
वाराणसी
********************
अभिनन्दन है, सादर अभिनन्दन
स्वागत पुनः, पावस वर्ष तुम्हें
उम्मीदों कि, सुबह लिए
खुशियों की, अद्भुत शाम लिए
कुछ बेहतरीन सा, याद लिए
कुछ चुनिंदे, वो फरियाद लिए
बागों में, बसंत, लाजवाब लिए
पल-पल की, खुशियाँ बेहिसाब लिए
कई बेहतरीन, कुछ ख्वाब लिए
कुछ दिलों के लिए, जज्बात लिए
कुछ खास, मिलन कि, किताब लिए
कुछ, बिछड़ने का, जवाब लिए
अद्भुत सुन्दर सी, सुबह लिए
कई खास सुहानी, रात लिए
खेतों की मेड़ो पर, फिर चमक लिए
फसलों में सौंधी सी, शाम लिए
अभिनन्दन है, सादर अभिनन्दन
स्वागत है, पावस, वर्ष तुम्हे!!
परिचय : दुर्गादत्त पाण्डेय
सम्प्रति : परास्नातक (हिंदी साहित्य ) डीएवी पीजी कॉलेज, बनारस यूनिवर्सिटी वाराणसी
निवासी : वाराणसी
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करता हूँ कि सर्वाधिकार सुरक्षित मेरी यह रचना स्वरचित एवं मौलिक है।
आप ...