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Tag: गीतांजलि ठाकुर

आजादी
कविता

आजादी

गीतांजलि ठाकुर सोलन (हिमाचल) ******************** खुली हवा में चैन की सांस ले रहे हैं हम सभी जान गवाई उन वीरों ने जो थे पिंजरे में कैद कभी अपने वतन पर फिदा वो इस कदर की जान से प्यारी उन्हें आजादी लगी नमन है मेरा उन वीरों को जिनके कारण आजाद है हम अभी परिचय :-गीतांजलि ठाकुर निवासी : बहा जिला सोलन तह. नालागढ़ हिमाचल आप भी अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि राष्ट्रीय हिंदी रक्षक मंच पर अपने परिचय एवं फोटो के साथ प्रकाशित करवा सकते हैं, राष्ट्रीय हिंदी रक्षक मंच पर अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि प्रकाशित करवाने हेतु अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, हिंदी में टाईप करके हमें hindirakshak17@gmail.com पर अणु डाक (मेल) कीजिये, अणु डाक करने के बाद हमे हमारे नंबर ९८२७३ ६०३६० पर सूचित अवश्य करें …🙏🏻 आपको यह रचना अच्छी लगे तो साझा जरुर कीजिये और पढते रहे hindirakshak.com राष्ट्रीय...
इतना मुश्किल भी नहीं है
कविता

इतना मुश्किल भी नहीं है

गीतांजलि ठाकुर सोलन (हिमाचल) ******************** इतना मुश्किल भी नहीं है अपने लक्ष्यों को पाना, उसी तरह जिस तरह चिड़िया अपना पेट भरती है चुग कर दाना दाना, पर कभी गलत राह पर मत जाना, वरना जिंदगी भर पड़ेगा तुम्हें पछताना। लेकर अपने गुरुओं का ज्ञान जिंदगी को अपनी कोहिनूर बनाना, इतना मुश्किल भी नहीं है अपने लक्ष्य को पाना। यह भी निश्चित है लक्ष्य को पाने की राह में कठिनाइयों का आना, परंतु तुम कभी मत घबराना, क्यों चुना था ये लक्ष्य अपने मन में एक बार जरूर दोहराना, फिर करना मजबूत अपनी कमजोरियां और सच्ची मेहनत को अपना मित्र बनाना। इतना मुश्किल भी नहीं है अपने लक्ष्य को पाना। . परिचय :-गीतांजलि ठाकुर निवासी : बहा जिला सोलन तह. नालागढ़ हिमाचल आप भी अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि हिंदी रक्षक मंच पर अपने परिचय एवं फोटो के साथ प्रकाशित करवा सकते हैं, हिंदी रक्षक मंच पर अपनी कवित...
जिंदगी
कविता

जिंदगी

गीतांजलि ठाकुर सोलन (हिमाचल) ******************** जिंदगी एक प्रश्न है और यह हम कैसे जीते हैं यह हमारा उत्तर है। इसलिए, "जिंदगी में कभी किसी बुरे दिन से रुबरु हो जाओ, तो उस चांद को जरूर देखना जो अंधकार के बाद भी चमकता है।। जिंदगी में कभी तुम गिरने लगो तो, उस झरने को जरूर देखना जो ऊंचाई से गिरकर भी बहता रहता है ।। जिंदगी में कभी अकेले हो जाओ तो, उस फूल को जरूर देखना जो कांटो के बीच में भी मुस्कुराता है।। जिंदगी में कभी ठोकर लगे तो, उस हीरे को जरूर देखना जिसका मूल्य ठोकर खाकर और भी बढ़ जाता है" "इसलिए जिंदगी से यही सीख है मेहनत करो रुकना नहीं, हालात कैसे भी हो किसी के सामने झुकना नहीं" .... . परिचय :-गीतांजलि ठाकुर निवासी : बहा जिला सोलन तह. नालागढ़ हिमाचल आप भी अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि हिंदी रक्षक मंच पर अपने परिचय एवं फोटो के साथ प्रकाशित करवा सकते हैं, हिंदी रक्...
चल गम को कहीं छोड़ आते हैं
कविता

चल गम को कहीं छोड़ आते हैं

गीतांजलि ठाकुर सोलन (हिमाचल) ******************** चल गम को कहीं छोड़ आते हैं, उन खुशियों को फिर मोड लाते हैं। जो हो गया उसे भूल जाते हैं, चल फिर एक नई उम्मीद जगाते हैं। तू भटक गया था अपनी मंजिल से, चल उस मंजिल पर वापस जाते हैं चल गम को कहीं छोड़ आते हैं, उन खुशियों को फिर मोड लाते हैं। तेरी तकदीर तेरे हाथों में है, चल अपनी तकदीर की लकीरे अपने आप लगाते हैं। चल गम को कहीं छोड़ आते हैं, उन खुशियों को फिर मोड़ लाते हैं। . परिचय :-गीतांजलि ठाकुर निवासी : बहा जिला सोलन तह. नालागढ़ हिमाचल आप भी अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि हिंदी रक्षक मंच पर अपने परिचय एवं फोटो के साथ प्रकाशित करवा सकते हैं, हिंदी रक्षक मंच पर अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि प्रकाशित करवाने हेतु अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, हिंदी में टाईप करके हमें hindirakshak17@gmail.com पर अणु डाक (मेल) कीजिये, अणु डाक...
मां
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मां

गीतांजलि ठाकुर सोलन (हिमाचल) ******************** मुश्किल राहों में सफर आसान लगता है। ये मेरी मां की दुआओं का असर लगता है। मेरी हर मुश्किल को यूं ही पहचान लेती हो, ये मुझे कोई और नहीं भगवान का रूप लगता है माँ तू रूठ जाए तो सब सूना सा लगता है, तेरी एक मुस्कान से घर स्वर्ग सा लगता है। मुश्किल राहों में सफर आसान लगता है। ये मेरी मां की दुआओं का असर लगता है। हमें किसी और के प्यार की क्या जरूरत हमें तेरा प्यार ही जन्नत लगता है। मतलब की दुनिया तो सिर्फ मतलब के लिए प्यार करती है, मां तेरे प्यार मे कोई मतलब नहीं होता, इसलिए तो हमें तु इतनी प्यारी लगती है। मुश्किल में सफर आसान लगता है। यह मेरी मां की दुआओं का असर लगता है....।। . परिचय :-गीतांजलि ठाकुर निवासी : बहा जिला सोलन तह. नालागढ़ हिमाचल आप भी अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि हिंदी रक्षक मंच पर अपने परिचय एवं फोटो के साथ प्...