कर्मफल
हिमांशु कलन्त्री
इंदौर (म.प्र.)
********************
कट, कट, कट, कट कटेंगे सारे,,,
बच न सकेंगे मानवता के हत्यारे,,,
जिनके लोभ ने मारे कई बेचारे,,,
छीन गये कितनो के सहारे,,,
हर एक कर्म का भुगतान होगा,,,
पूरा उसका हर हिसाब होगा,,,
अकाल मौत वो ही मरेगा,,,
जो काम चांडाल का करेगा,,,
काल का जब भी वक्त होगा,,,
वो चांडाल को खड़ा करेगा,,,
भयाक्रांत महाकाल का अट्टाहस होगा,,,
त्रिनेत्र खुलते ही हर दानव भस्म होगा,,,
ऊँ शिव,,,
.
परिचय :- हिमांशु कलन्त्री
जन्म दिनांक - २६-०५-७४
निवासी - इंदौर म.प्र.
आप भी अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि हिंदी रक्षक मंच पर अपने परिचय एवं फोटो के साथ प्रकाशित करवा सकते हैं, हिंदी रक्षक मंच पर अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि प्रकाशित करवाने हेतु अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, हिंदी में टाईप करके हमें hindirakshak17@gmail.comपर अणु डाक (मेल) कीजिये, अणु डाक कर...