मेरी आवाज
श्रीमती गार्गी राय
सतना (मध्य प्रदेश)
********************
मैं
मेरा आज
और मेरा समाज
इन तीनों में
कभी सामंजस्य
नहीं बैठा पाइ
मेरी आवाज
आवाजों के रूपों में
परिवर्तन करके देखा-
करुणा से भरी आवाज ने
लोगों के हृदय को
द्रवित करने के बजाए
शंकित किया
खुशी की आवाज ने
लोगों की नींद उड़ा दी
और मेरी
क्रांतिकारी आवाज ने
मुझे असहाय बना दिया।
परिचय :- श्रीमती गार्गी राय
निवासी : सतना (मध्य प्रदेश)
शिक्षा : स्नातकोत्तर (हिंदी ) बी.एड.
अभिरुचि : साहित्य एवं लेखन फेसबुक पर विभिन्न मंचों द्वारा सम्मानित, पत्रिका एवं अखबार में रचनाऍं प्रकाशित, साझा संग्रह प्रकाशित।
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करती हूँ कि सर्वाधिकार सुरक्षित मेरी यह रचना, स्वरचित एवं मौलिक है।
आप भी अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर अपने परिचय एवं छायाचित्र के साथ प्रकाशित करव...