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Tag: शुभम गोस्वामी ‘मलंग’

जुर्म-ए-अजी़म कर लिया है मैने
कविता

जुर्म-ए-अजी़म कर लिया है मैने

शुभम गोस्वामी 'मलंग' देवास (मध्य प्रदेश) ******************** कोइ जुर्म-ए-अजी़म कर लिया है मैने। ईक बेवफा पर यकीन कर लिया है मैने। उसका लौट कर आना मंजूर नहीं मुझको, उसके जाने पर यकीन कर लिया है मैने। उसकी आंंखो को नज्म, होंठो से गजल पड़ता हूं, दिल का माजरा कतई संगीन कर लिया है मैने। कोई सरहद क्यो नही बनाता गम-ए-हिज़्रा में, हंसी लूट गई है खुद को गमगीन कर लिया है मैने। तूफान कैसे कैसे उमड़ते होंगे दिल-ए-सहरा में, खुद को आईने में देख मुतमइन कर लिया है मैने। सर पीटेंगे ये कमसिन जवानी से भरे लड़के, जो एक बार फिर से इश्क हसीन कर लिया है मैने। परिचय :- शुभम गोस्वामी 'मलंग' निवासी : देवास (मध्य प्रदेश) घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करता हूँ कि सर्वाधिकार सुरक्षित मेरी यह रचना, स्वरचित एवं मौलिक है। आप भी अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि राष्ट्रीय...