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Tag: राम शर्मा “परिंदा”

वर्षा आई
कविता

वर्षा आई

राम शर्मा "परिंदा" मनावर (धार) ******************** रिमझिम-रिमझिम वर्षा आई चिड़िया रानी खूब नहाई। कभी धूल में लोट लगाती फिर पानी में लौट आती शेम्पू--साबुन नहीं लगाई चिड़िया रानी खूब नहाई। चीं-चीं कर चिड़िया गाती गाती जैसे प्रेम की पाती मौसम आया बड़ा सुखदाई चिड़िया रानी खूब नहाई। पानी में ही दौड़ लगाती दाना भी पानी में खाती आज खुशी उसने है पाई चिड़िया रानी खूब नहाई। परिचय :- राम शर्मा "परिंदा" (रामेश्वर शर्मा) पिता स्व. जगदीश शर्मा आपका मूल निवास ग्राम अछोदा पुनर्वास तहसील मनावर है। आपने एम.कॉम बी एड किया है वर्तमान में आप शिक्षक हैं आपके तीन काव्य संग्रह १- परिंदा, २- उड़ान, ३- पाठशाला प्रकाशित हो चुके हैं और विभिन्न समाचार पत्रों में आपकी रचनाओं का प्रकाशन होता रहता है, दूरदर्शन पर काव्य पाठ के साथ-साथ आप मंचीय कवि सम्मेलन में संचालन भी करते हैं। आपके साहित्य चुनने का कारण - भ...
सोने का पिंजरा
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सोने का पिंजरा

राम शर्मा "परिंदा" मनावर (धार) ******************** घर से बाहर अभी पाँव मत रख साथ मित्रों का जमाव मत रख गर पार करना चाहते हो दरिया तो फिर छेदवाली नाव मत रख पत्थर में देखनी हो प्रभू प्रतिमा तो किसी संग भेदभाव मत रख तन के जैसे ही मन भी साफ रख किसी भेद का भी दुराव मत रख चलता रहे दुखों का आना-जाना किसी भी तरह से तनाव मत रख ज्ञान से कर ले इस मन पर काबू अभक्ष्य चीजों का चाव मत रख भले ही सोने का बना है 'परिंदा' पिंजरे से इतना लगाव मत रख परिचय :- राम शर्मा "परिंदा" (रामेश्वर शर्मा) पिता स्व. जगदीश शर्मा आपका मूल निवास ग्राम अछोदा पुनर्वास तहसील मनावर है। आपने एम.कॉम बी एड किया है वर्तमान में आप शिक्षक हैं आपके तीन काव्य संग्रह १- परिंदा, २- उड़ान, ३- पाठशाला प्रकाशित हो चुके हैं और विभिन्न समाचार पत्रों में आपकी रचनाओं का प्रकाशन होता रहता है, दूरदर्शन पर काव्य पाठ के साथ-साथ आप ...
मां
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मां

राम शर्मा "परिंदा" मनावर (धार) ******************** बहन-बेटी और वही सास है मां हर रिश्ते का अहसास है हर रिश्ता हो सकता है गौण मां का रिश्ता बहुत खास है करले परिक्रमा मां की मानव मां में हर देवता का वास है उजाले से कर मां की तुलना मां अंधियारे में भी प्रकाश है मां के बिना सूना-सूना जहां मां हर त्यौहार का उल्लास है मां दरिया है प्रेम का परिंदा मां के बिना अधूरी प्यास है परिचय :- राम शर्मा "परिंदा" (रामेश्वर शर्मा) पिता स्व. जगदीश शर्मा आपका मूल निवास ग्राम अछोदा पुनर्वास तहसील मनावर है। आपने एम.कॉम बी एड किया है वर्तमान में आप शिक्षक हैं आपके तीन काव्य संग्रह १- परिंदा, २- उड़ान, ३- पाठशाला प्रकाशित हो चुके हैं और विभिन्न समाचार पत्रों में आपकी रचनाओं का प्रकाशन होता रहता है, दूरदर्शन पर काव्य पाठ के साथ-साथ आप मंचीय कवि सम्मेलन में संचालन भी करते हैं। आपके साहित्य चुनने का ...
उदर
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उदर

राम शर्मा "परिंदा" मनावर (धार) ******************** मनुष्य यूं दर-बदर नहीं होता तन संग अगर उदर नहीं होता मछली को भी पानी ना मिलता अगर खारा, समंदर नहीं होता बांट देती है सबको चार-दीवारी दीवार बिन कोई अंदर नहीं होता गर कोई लिखता नहीं इतिहास याद कोई, सिकन्दर नहीं होता नशा न होता दौलत का जग में विद्वानों का अनादर नहीं होता छोटे-बड़े कर लेना पैर 'परिंदा' पैर के अनुसार चादर नहीं होता परिचय :- राम शर्मा "परिंदा" (रामेश्वर शर्मा) पिता स्व. जगदीश शर्मा आपका मूल निवास ग्राम अछोदा पुनर्वास तहसील मनावर है। आपने एम.कॉम बी एड किया है वर्तमान में आप शिक्षक हैं आपके तीन काव्य संग्रह १- परिंदा, २- उड़ान, ३- पाठशाला प्रकाशित हो चुके हैं और विभिन्न समाचार पत्रों में आपकी रचनाओं का प्रकाशन होता रहता है, दूरदर्शन पर काव्य पाठ के साथ-साथ आप मंचीय कवि सम्मेलन में संचालन भी करते हैं। आपके साहित्य चुनने...
राम शर्मा “परिंदा”  हिंदी रक्षक २०२० सम्मान से सम्मानित
साहित्यिक

राम शर्मा “परिंदा” हिंदी रक्षक २०२० सम्मान से सम्मानित

कलमकार श्री राम शर्मा "परिंदा" को हिन्दी रक्षक मंच द्वारा हिंदी रक्षक २०२० सम्मान से सम्मानित किया गया वे अब से हिंदी रक्षक राम शर्मा "परिंदा" के नाम से जाने जाएंगे। इन्दौर। हिन्दी भाषा को राष्ट्रभाषा का स्थान दिलाने व हिन्दी साहित्य के रक्षण हेतु बनाये गए हिन्दी रक्षक मंच द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में ३२ कवियों व साहित्यकारों को हिन्दी रक्षक सम्मान २०२० से सम्मानित किया गया। हिन्दी रक्षक मंच के संस्थापक एंव hindirakshak.com के संपादक पवन मकवाना ने बताया कि कार्यक्रम में इन्दौर सहित भारत के अलग-अलग राज्यों व शहरों झारखंड, मनावर, उज्जैन, धार, रीवा, कानपुर, देपालपुर, भोपाल, देवास, दरभंगा बिहार, कोटा राजस्थान, चंपारण बिहार, बेगमगंज मेरठ, मोतिहारी बिहार से पधारे ३२ साहित्यकारों को हिन्दी रक्षक सम्मान २०२० से सम्मानित किया गया कार्यक्रम में मुख्य अतिथी महामण्डलेश्वर दादु महाराज, देवपुत्र के...
जय श्री गणेश
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जय श्री गणेश

================================= रचयिता :  राम शर्मा "परिंदा" इनकी पूजा पहले करें ये दाता विशेष। जय श्री गणेश ------ जय श्री गणेश।। हरी -हरी  दूब सिंदूर  चढ़ाओ और मोदक का भोग लगाओ पीत रंग इन्हें पसंद धरते जिसका वेश। जय श्री गणेश ------  जय श्री गणेश।। सब कहे इन्हें मंगल मूर्ति गजब की है इनमें स्फूर्ति अपने बुद्धिबल से जीते हर इक रेस। जय श्री गणेश ------ जय श्री गणेश।। गण देवों के ये है स्वामी सब जाने ये अन्तरयामी दस दिवस गणेश रंग में झूमे मेरा देश। जय श्री गणेश ------- जय श्री गणेश। परिचय :- राम शर्मा "परिंदा" (रामेश्वर शर्मा) पिता स्व. जगदीश शर्मा आपका मूल निवास ग्राम अछोदा पुनर्वास तहसील मनावर है। आपने एम.कॉम बी एड किया है वर्तमान में आप शिक्षक हैं आपके तीन काव्य संग्रह १- परिंदा, २- उड़ान, ३- पाठशाला प्रकाशित हो चुके हैं और विभिन्न समाचार पत्रों में आपकी रचनाओं का प्रकाशन...
आजाद हो गये
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आजाद हो गये

=========================== रचयिता :  राम शर्मा "परिंदा" कई धर्म - जातियाँ कई वाद हो गये । हे ! चन्द्रशेखर, हम आजाद हो गये ।। कदर नहीं बलिदान की चिंता धन और मान की भीतर से सब काफिर है बातें कर रहे हैं शान की स्वतंत्रता के नाम पर बरबाद हो गये । हे ! चन्द्रशेखर, हम आजाद हो गये ‌‌।। भूल गये निज संस्कृति हर जगह हो रही अति कहने को है पढ़े-लिखे मति बन रही है कुमति मानव के  नाम पर  अपवाद हो गये । हे ! चन्द्रशेखर, हम आजाद हो गये ।। परिचय :- नाम - राम शर्मा "परिंदा" (रामेश्वर शर्मा) पिता स्व जगदीश शर्मा आपका मूल निवास ग्राम अछोदा पुनर्वास तहसील मनावर है। आपने एम काम बी एड किया है वर्तमान में आप शिक्षक हैं आपके तीन काव्य संग्रह १ परिंदा, २- उड़ान, ३- पाठशाला प्रकाशित हो चुके हैं और विभिन्न समाचार पत्रों में आपकी रचनाओं का प्रकाशन होता रहता है, दूरदर्शन पर काव्य पाठ के साथ-साथ आप मंचीय कव...
दोस्ती क्या है..?
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दोस्ती क्या है..?

================================= रचयिता :  राम शर्मा "परिंदा" मुझसे न पूछो दोस्ती क्या है दोस्ती खुशियों का दरिया है कठिन काम भी हो जाता है बस मेरे दोस्तों का जरिया है दोस्ती ईश्वर की बड़ी देन है दोस्तों यह मेरा नजरिया है हर राज खुल जाते उनके दूूरी ना जिनके दरमियां है जग में वह सबका सखा है दिल में जिसके प्रेम-दया है उस पर सहज यकीं न करे दोस्ती में जो नया - नया है आओ दोस्ती के गुलशन में 'परिंदा' दोस्ती की बगिया है ।। परिचय :- नाम - राम शर्मा "परिंदा" (रामेश्वर शर्मा) पिता स्व जगदीश शर्मा आपका मूल निवास ग्राम अछोदा पुनर्वास तहसील मनावर है। आपने एम काम बी एड किया है वर्तमान में आप शिक्षक हैं आपके तीन काव्य संग्रह १ परिंदा, २- उड़ान, ३- पाठशाला प्रकाशित हो चुके हैं और विभिन्न समाचार पत्रों में आपकी रचनाओं का प्रकाशन होता रहता है, दूरदर्शन पर काव्य पाठ के साथ-सा...
थोड़ा कर आराम जिंदगी
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थोड़ा कर आराम जिंदगी

================================= रचयिता :  राम शर्मा "परिंदा" भागा-दौड़ी, काम जिंदगी । थोड़ा कर आराम  जिंदगी ।। नाम बड़ा तो  काम बढ़ेगा अच्छी है-गुमनाम जिंदगी ।। मन में जिसके शांति नहीं उसकी है कोहराम जिंदगी ।। सुख-दुख स्थाई नहीं होते देती रोज-पैगाम जिंदगी ।। गांव की चौपाल में  चर्चा कपास-मिर्च के दाम जिंदगी ।। शहर गया तो ये पता चला भीड़-भाड़-जाम जिंदगी ।। जन-जन से ही राष्ट्र बना है राष्ट्र की होती अवाम जिंदगी ।। ठहरता नहीं है वक्त 'परिंदा' गुजरे सुबह-शाम जिंदगी ।। परिचय :- नाम - राम शर्मा "परिंदा" (रामेश्वर शर्मा) पिता स्व जगदीश शर्मा आपका मूल निवास ग्राम अछोदा पुनर्वास तहसील मनावर है। आपने एम काम बी एड किया है वर्तमान में आप शिक्षक हैं आपके तीन काव्य संग्रह १ परिंदा, २- उड़ान, ३- पाठशाला प्रकाशित हो चुके हैं और विभिन्न समाचार पत्रों में आपकी रचनाओं का प्रकाशन होता रहता...
पर्यावरण दिवस पर तोहफा
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पर्यावरण दिवस पर तोहफा

================================= रचयिता :  राम शर्मा "परिंदा" इक-दूजे से हौड़ की, खतम् करें यह रेस। पर्यावरण दिवस पर ये, तोहफा दे विशेष।। खाली पड़ी जमीन पर, रोपे इतने झाड़। हरा-भरा हो जायगा, मालवा औ निमाड़।। मानव इस प्रकार चले, जैसे चलते भेड़। एक लगाये पेड़ तो, सभी लगाये पेड़।। किसान से अपील यही, इतने रोपे पेड़। खेतों में छाया रहे, खाली न रहे मेढ़।। 'परिंदा' अब तो बचती, यही आखिरी आस। एक शख्स एक वृक्ष का, नियम बने यह खास।। परिचय :- नाम - राम शर्मा "परिंदा" (रामेश्वर शर्मा) पिता स्व जगदीश शर्मा आपका मूल निवास ग्राम अछोदा पुनर्वास तहसील मनावर है। आपने एम काम बी एड किया है वर्तमान में आप शिक्षक हैं आपके तीन काव्य संग्रह १ परिंदा, २- उड़ान, ३- पाठशाला प्रकाशित हो चुके हैं और विभिन्न समाचार पत्रों में आपकी रचनाओं का प्रकाशन होता रहता है, दूरदर्शन पर काव...