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Tag: रवि चौहान

ज़मी पर लाया उसने
कविता

ज़मी पर लाया उसने

रवि चौहान आजमगढ़ (उत्तर प्रदेश) ******************** ज़मी पर लाया उसने, पकड़ ऊँगली चलना सिखाया उसने! कंधे पर बिठा, सारा जहाँ दिखाया उसने! चलता रहा कांटो भरी राह पर, फुलो की राह पर चलाया उसने! चुभे कांटे पैरो मे जब, रोया मगर आंसू नहीं बहाया उसने! देख दर्द उसका रो न दू मै, अपने दर्द को छुपाए उसने! लड़ता रहा सारे जहाँ से, मेरी खुशियों की खातिर, खुद रो कर भी मुझे हसाया उसने! छोड़ अपने सपनो को, मेरे सपनो को अपनाया उसने! गवा दिया जीवन अपना मेरी खातिर, मेरी कामयाबी में खुद को कामयाब पाया उसने! परिचय :- रवि चौहान निवासी : आजमगढ़ (शेखपूरा) घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करता हूँ कि मेरी यह रचना स्वरचित एवं मौलिक है। आप भी अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि हिंदी रक्षक मंच पर अपने परिचय एवं फोटो के साथ प्रकाशित करवा सकते हैं, हिंदी रक्षक मंच पर अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि प्रकाशित करवाने हेतु ...
वक़्त अपना
कविता

वक़्त अपना

रवि चौहान आजमगढ़ (उत्तर प्रदेश) ******************** वक़्त अपना मुझपे जाया क्यों करते हो। देते हो सारा वक़्त जिसे, यह वक़्त उसे छुपाया क्यों करते हो। जब नहीं रहा प्यार दरमियान हमारे, उसे निभाया क्यों करते हो। बदल गये हो, कहता है ज़माना, फिर नहीं बदलने का ढोंग रचाया क्यों करते हो। माना बहोत की गलतियां मैंने, तुम अपनी गलतियां छुपाया क्यों करते हो। ये जमाना बहोत बेदर्द है, बता दर्द मेरा ज़माने को रुलाया को करते हो। परिचय :- रवि चौहान निवासी : आजमगढ़ (शेखपूरा) घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करता हूँ कि मेरी यह रचना स्वरचित एवं मौलिक है। आप भी अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि हिंदी रक्षक मंच पर अपने परिचय एवं फोटो के साथ प्रकाशित करवा सकते हैं, हिंदी रक्षक मंच पर अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि प्रकाशित करवाने हेतु अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, हिंदी में टाईप करके हमेंhindirakshak17@gmail.com...