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रामलाल प्रजापति ऋतुराज सम्मान से सम्मानित
साहित्यिक

रामलाल प्रजापति ऋतुराज सम्मान से सम्मानित

पीथमपुर। राष्ट्रीय हिंदी साहित्य संस्था पीथमपुर म.प्र. के तत्वावधान में इंडोरामा पीथमपुर स्थित महर्षि एकेडमी के सभागृह में शिक्षक सम्मान समारोह एवं काव्य गोष्ठी सम्पन्न हुई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रीय हिंदी रक्षक मंच इंदौर के संस्थापक श्री पवन मकवाना (हिंदी रक्षक), कार्यक्रम के अध्यक्ष शिक्षाविद श्री रामलाल प्रजापति एवं विशेष अतिथि महिला बाल विकास (धार) की उपाध्यक्ष श्रीमती सुनीता व्यास उपस्थित थे। इस अवसर पर महू के वरिष्ठ शिक्षाविद एवं समाजवादी दृष्टि के संपादक श्री रामलाल प्रजापति को संस्था द्वारा शिक्षा, साहित्य एवं सामाजिक क्षेत्र में बहुमूल्य योगदान देने के लिए शाल श्रीफल देकर ऋतुराज सम्मान से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर आयोजित काव्य गोष्ठी में संस्थापक हरीश वर्मा "हंस" ने कन्या भ्रूण ह्त्या पर कविता सुनाकर सभी को भावविभोर कर दिया तो अजय डेहरिया ने हास्य कविता सुन...
वृद्धाश्रम से मां की करूणा
कविता

वृद्धाश्रम से मां की करूणा

द्रोणाचार्य दुबे कोदरिया महू इंदौर (म.प्र.) ******************** मैं रोटी कैसे खाऊं मेरा बच्चा भूखा सोया आज न जाने किन गलियों में मेरा बेटा खोया। मेरे कलेजे का टुकड़ा मुझसे रुठा आज है वो मेरी आंखों का तारा मेरे दिल का साज है वो वृद्धाश्रम में उसे याद करके मेरा दिल है रोया मैं रोटी कैसे खाऊं मेरा बच्चा भूखा सोया आज न जाने किन गलियों में मेरा बेटा खोया। पूत कपूत भले ही हो माता कुमाता नहीं होती बच्चों की याद में माता की आंखें सदा ही रोती संस्कारों में मेरे कमी थी जो ऐसा बीज बोया मैं रोटी कैसे खाऊं मेरा बच्चा भूखा सोया आज न जाने किन गलियों में मेरा बेटा खोया। मैं भले ही दुख में रहूं पर दुख न उसे कभी आवे मैं भले ही उसे याद करूं मेरी याद न उसे सतावे‍ आंसूओं की बारिश ने मेरा आंचल है भिगोया मैं रोटी कैसे खाऊं मेरा बच्चा भूखा सोया आज न जाने किन गलियों में मेरा बेटा खोया। मैं रहूं या न रहूं प...