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Tag: गुरप्रीत सिंह कोबरा

चुनाव
कविता

चुनाव

गुरप्रीत सिंह कोबरा कुरूक्षेत्र  ******************** जित चुनाव आता देखा, शहर गया गाँव आता देखा, लगी-बुझी का मेल होते देखा, चुनाव में अपना गैर होता देखा, गुरप्रीत गेल गैर प्यार होता देखा, जित चुनाव आता देखा.... दो मते, मत पा एक होता देखा, बीच गांम-गाल्ल गल्लियारा देखा, कोई बांटता अर कोई लेता देखा, कोई लूटता ओर लूटाता देखा, जित चुनाव आता देखा.... कर्मठ, शिक्षित, सेवक इमानदार प्रत्याशी देखा, झूठ, फरेब, नशा, राशन बंटता देखा, मजमा बुथ के भीतर बाहर देखा, उंगल स्याही से सना देखा, जित चुनाव आता देखा.... हार-जीत की पूछ कर देखा, जवाब मिला, मत बेचा, प्रत्याशी नहीं देखा, चुनाव नहीं सौदेबाजी होता देखा, नशा, प्रलोभन देने वाला देखा, ना कोई प्रचा रद्द, ना सजा होता देखा, जित चुनाव आता देखा.... प्रलोभन, नशा, निषेध निष्फल होता देखा, अयोग्य, योग्य को मात द...