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Tag: किरण पोरवाल

मीठी मनवार
कविता

मीठी मनवार

किरण पोरवाल सांवेर रोड उज्जैन (मध्य प्रदेश) ******************** माँ की देखो मीठी मनहार बचपन से करती वह प्यार। पुचकार पुचकार माँ दुध पिलाती, जिद्दी पर माँ उसे सहलाती, अपने हाथ माँ सीर पर घुमाती, मीठा मीठा लाड़ लडाती, रोने पर माँ दुखी होजाती, कही नजर ना इसे लग जाये, अपने आँचल से उसे छुपाती, राई लून से नजर उतारे, काला टीका उसे लगावे, मीठी मनवार करे देखो लाड़। पलना झुले देखो लाल। पैरो पर माँ उसे लेटाती बडी हिफाजत से उसे नहलाती, नैनो मे कही नीर ना ढल जाये देखो कैसे उसे बचाती। माँ तो बस माँ होती हैं, मीठी मनहार से उसे सुलाती। मीठी मीठी लोरी गाती, पलने मै माँ उसे सुलाती। परिचय : किरण पोरवाल पति : विजय पोरवाल निवासी : सांवेर रोड उज्जैन (मध्य प्रदेश) शिक्षा : बी.कॉम इन कॉमर्स व्यवसाय : बिजनेस वूमेन विशिष्ट उपलब्धियां : १. अंतर्राष्ट्रीय साहित्य मित्र मंडल जब...
राजनीति
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राजनीति

किरण पोरवाल सांवेर रोड उज्जैन (मध्य प्रदेश) ******************** चमचों ने कहा चमचे से कुछ चमक-दमक दमकी ही नहीं? पीतल को घिसा खूब मगर ! सोना बनकर वह उभरा ही नहीं। लोहे मे लोहा मिलने से सोना नहीं बनता है भाई। सोने की परख जौहरी जाने, नकली जौहरी नहीं पहचाने। कंचन की परख तुम कर लेते, लोहा भी सोना बन जाता, गंगाजल में जल मिलकर के, पवित्र गंगाजल वह हो जाता। कोई नहीं पहचान सका उसको, गंगा की तरह वह पूज्य हुआ। राजनीति की भाषा तुम समझो, सोचो समझो तुम पहचानो, समय को जिसने पहचाना, हुआ समय भी देखो बलिहारी। रंग से राजा बन बैठा, कसौटी पर खड़ा उतरा भाई। परिचय : किरण पोरवाल पति : विजय पोरवाल निवासी : सांवेर रोड उज्जैन (मध्य प्रदेश) शिक्षा : बी.कॉम इन कॉमर्स व्यवसाय : बिजनेस वूमेन विशिष्ट उपलब्धियां : १. अंतर्राष्ट्रीय साहित्य मित्र मंडल जबलपुर से सम्मा...
चाय लेगे आप
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चाय लेगे आप

किरण पोरवाल सांवेर रोड उज्जैन (मध्य प्रदेश) ******************** सुबह हो गई चाय लेंगे आप? मीठी या फीकी कड़क या नरम, सुस्ती को मिटा देगी यह चाय, छोटा बड़ा सभी को भाये सुबह-सुबह सुस्ती को मिटाए, चाय तो लगती है सुबह और शाम, अतिथि का सत्कार चाय से, आये का सम्मान चाय से, चाय की मनवार बड़ी है, मिलने जुलने पर पहचान बढ़ी हैं। किया अंग्रेजो ने इसका गुलाम, गरीबों की यह हे महारानी अमीरों की यह है महतारी, चुस्की-चुस्की में मजा है यार स्वास्थ्य को हानि इससे जान परिचय : किरण पोरवाल पति : विजय पोरवाल निवासी : सांवेर रोड उज्जैन (मध्य प्रदेश) शिक्षा : बी.कॉम इन कॉमर्स व्यवसाय : बिजनेस वूमेन विशिष्ट उपलब्धियां : १. अंतर्राष्ट्रीय साहित्य मित्र मंडल जबलपुर से सम्मानित २. अंतर्राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना उज्जैन से सम्मानित ३. राष्ट्रीय हिंदी रक्षक मंच इंदौर द्वारा "साहित्य शिरो...
भाव तो ह्रदय में
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भाव तो ह्रदय में

किरण पोरवाल सांवेर रोड उज्जैन (मध्य प्रदेश) ******************** भाव तो ह्रदय में पुंज हे प्रकाश है, भाव तो ह्रदय से आत्मा की आवाज है। भाव कभी गलत नहीं भाव के हे शब्द नहीं, भाव तो गरीब अमीर एक सा विचार है। भाव की कोई दृष्टि नही भाव की कोई वृष्टि नहीं, भाव तो हर व्यक्ति में आत्मा की आवाज है। भाव के कोई शब्द नहीं भाव का कोई अन्त नही, भाव तो हर व्यक्ति में आत्मा की पहचान है। भाव एक प्रेम नही, ज्ञान नहीं विवेक नहीं, भाव तो ह्रदय की आह हे पुकार है। भाव में जो डूब जाए भाव विभोर हो जाए, प्रेम की झलक एक आत्मा तक जाए है। भाव में जो डूब जाए अश्रु बिंदु झलक जाए, भाव तो महान कार्य प्रेरणा प्रदान है। भाव पर प्रतिबंध नहीं भाव की कोई चोरी नहीं, भाव तो समान सबमे व्यक्ति ही प्रधान है। ना गरीब ना अमीर किरण समभाव रखें, दृष्टि सब में एक जैसी प्रभु की संतान है। ...
समय वक्त
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समय वक्त

किरण पोरवाल सांवेर रोड उज्जैन (मध्य प्रदेश) ******************** समय की मार को सहना, यही हिम्मत है जीवन मै, सुख दुख के तराजू पर, खरा उतरे ये हिम्मत है। यही जीवन का पलडा़ है, यही समय की लीला है। इसे जो पार कर जाये, इसे हिम्मत जो कहते है -२ सुख आता है और जाता, यही धूप और छाँव है प्यारे, इन्हें सहना और गम खाना, यही जीवन का खेला है -२ कभी कोई साथ मै रहता, कभी कोई साथ है देता, कभी जीवन के पथ पर भी अकेला हे हमे चलना -२ यह पैसे की दुनिया हे, जब तक साथ है चलती, अर्थ की हे गजब महिमा, दुनिया साथ है चलती -२ परिचय : किरण पोरवाल पति : विजय पोरवाल निवासी : सांवेर रोड उज्जैन (मध्य प्रदेश) शिक्षा : बी.कॉम इन कॉमर्स व्यवसाय : बिजनेस वूमेन विशिष्ट उपलब्धियां : १. अंतर्राष्ट्रीय साहित्य मित्र मंडल जबलपुर से सम्मानित २. अंतर्राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना उज्जैन से सम्म...
माँ की बेटी
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माँ की बेटी

किरण पोरवाल सांवेर रोड उज्जैन (मध्य प्रदेश) ******************** खुशीयाँ है बेटी, स्नेह है बेटी, भाव है बेटी प्रित है बेटी। मान हे बेटी सम्मान है बेटी, घर आंगन में बहार हे बेटी। शुभ हे बेटी, पूज्य हे बेटी, मर्यादा की मूरत है बेटी। गंभीर हे बेटी, संतोष हे बेटी, सबके मन का राज हे बेटी। दया हे बेटी क्षमा हे बेटी, शक्कर से भी मीठी है बेटी। काम में बेटी नाम मे बेटी, दीपक सा प्रकाश हे बेटी। साहस बेटी, शक्ति बेटी, आन बान और शान हे बेटी। किरण का सा तेज है बेटी, विजय की पहचान है बेटी। परिचय : किरण पोरवाल पति : विजय पोरवाल निवासी : सांवेर रोड उज्जैन (मध्य प्रदेश) शिक्षा : बी.कॉम इन कॉमर्स व्यवसाय : बिजनेस वूमेन विशिष्ट उपलब्धियां : १. अंतर्राष्ट्रीय साहित्य मित्र मंडल जबलपुर से सम्मानित २. अंतर्राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना उज्जैन से सम्मानित ३. राष्ट्रीय हिंदी रक्षक ...
गुमनाम
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गुमनाम

किरण पोरवाल सांवेर रोड उज्जैन (मध्य प्रदेश) ******************** गंभीर स्वभाव गंभीर विचार, गंभीर भाव गंभीर है चाल। शेर जैसी जिसकी दहाड़ बाज जैसा निशाना, शुक जैसी जिसकी वाणी, राजनीति को जो हे खिलाड़ी, रीझे जिस पर, साधु- संत-महंत और ज्ञानी। देश विदेश में देखो ख्याति, हर शब्द देखो हे वाणी, तरकस से छूटे जैसे बाण। सनातन का पक्का वह प्रहरी, गरीबो का वह कृपा निधान। ध्यान योग तप और साधना, हे जिसके जीवन मै ज्ञान। देश प्रेम और देश सेवा ही जिसका है परम उद्देश्य। आप बताओ कौन है देश मै? राजा, संत महंत या त्यागी, सबके मन का जो है मीत। चित्त मे जिसके हरदम रहता सनातन और देश प्रेम का जज्बा? परिचय : किरण पोरवाल पति : विजय पोरवाल निवासी : सांवेर रोड उज्जैन (मध्य प्रदेश) शिक्षा : बी.कॉम इन कॉमर्स व्यवसाय : बिजनेस वूमेन विशिष्ट उपलब्धियां : १. अंतर्राष्ट्रीय साहित्य मित...
नववर्ष
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नववर्ष

किरण पोरवाल सांवेर रोड उज्जैन (मध्य प्रदेश) ******************** नया वर्ष शुभ मंगल मय हो, चहु दिशा सब आनंद मय हो, विक्रम संवत का शुभारंभ आज से नवरात्रि का मंगल पर्व है, चेटीचंड का पर्व आज है, राज्य तिलक प्रभु राम का आज है, सब मिल आज नया वर्ष मनाए, पूरन पूरी सब मिलकर खाएं, सभी रोग अब कोसो दूर, मुख पर सदा मुस्कान बनी हो, सावन सी हरियाली आये, आमो पर छाये हे मोड, नई कोपले पेड़ पर आई, हरियाली चहुँ दिशा है छाई, वन मै नाचे देखो मोर, जीवन हराभरा हो जावे, आपस मै सब प्रेम लुटावे, मन मै कोई राग द्वेष ना, निर्बल सबका मन बन जाये, दुख सुख मै सब साथ रहे हम, ऐसा नववर्ष मंगलमय बन जाए, किरण विजय शुभ कर्म करे हम, जीवन सार्थक अपना हो जाये, नववर्ष मंगल बन जाये। परिचय : किरण पोरवाल पति : विजय पोरवाल निवासी : सांवेर रोड उज्जैन (मध्य प्रदेश) शिक्षा : बी.कॉम इन कॉमर्स व...
होली के संतरंगी रंग
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होली के संतरंगी रंग

किरण पोरवाल सांवेर रोड उज्जैन (मध्य प्रदेश) ******************** होली में हो ली, कौन किसके साथ हो ली, सास ससुर के साथ हो ली, जेठानी जेठ के साथ हो ली, नंदन नंदोई के साथ हो ली, भाभी-भैया के साथ हो ली देवर देवरानी के साथ हो ली, और बाकी जिसका मन पड़ा वह उसके साथ हो ली, बचे हम दोनों हम महाकाल की गैर देखने इनके साथ हो ली मिल गए सब महाकाल की गैर में, खुली पोल सबकी, कौन किसके साथ होली में हो ली, कोई ठंडाई कोई भांग कोई रगड़ा कोई गोली , होली में गोली और गोली में हो ली, आया नशा होली के रंगों में महाकाल की टोली। परिचय : किरण पोरवाल पति : विजय पोरवाल निवासी : सांवेर रोड उज्जैन (मध्य प्रदेश) शिक्षा : बी.कॉम इन कॉमर्स व्यवसाय : बिजनेस वूमेन विशिष्ट उपलब्धियां : १. अंतर्राष्ट्रीय साहित्य मित्र मंडल जबलपुर से सम्मानित २. अंतर्राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना उज्...
दृढ़ निश्चय
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दृढ़ निश्चय

किरण पोरवाल सांवेर रोड उज्जैन (मध्य प्रदेश) ******************** भावना की लहर में बहते चले गए सदा, चोट तो बहुत है खाई, पर बढ़ते चले गये सदा। कभी फूल भी मिले, कभी कांटों पर चले, सुख दुख की झाड़ी से, निकलते गये सदा। कभी प्रशंसा की बौछार, कभी गाली भी मिले, सबको नमस्कार कर, हम तो बस बढे़ चले। आंधी और तूफान ने, घेर हैं हमको है सदा, रोशनी और प्रकाश देख, हम तो बस बढे़ चले। भावना प्रबल हो जहां, कार्य की उमंग हो, दृढ़ निश्चय ठान के हम, तो बस बढ़ते चले। दृढ़ निश्चय ठान के हम, अपने पथ पर है चले। परिचय : किरण पोरवाल पति : विजय पोरवाल निवासी : सांवेर रोड उज्जैन (मध्य प्रदेश) शिक्षा : बी.कॉम इन कॉमर्स व्यवसाय : बिजनेस वूमेन विशिष्ट उपलब्धियां : १. अंतर्राष्ट्रीय साहित्य मित्र मंडल जबलपुर से सम्मानित २. अंतर्राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना उज्जैन से सम्मानित ...
घर की रौनक
कविता

घर की रौनक

किरण पोरवाल सांवेर रोड उज्जैन (मध्य प्रदेश) ******************** माँ के मन का भाव जो जाने, दिल का हर अरमान वो जाने, खुशी के पल देती वो हर क्षण, कीमत पहचाने वो हर पल, घड़ी समय पल को पहचाने, दुख सुख की परवाह वो करती, आदर्श चरित्र बेटी वो होती। गम को कोसो दूर है रखती, बिन बेटी के आँगन है सुना, बिन बेटी के त्यौहार भी सुना, खुशीयाँ आये आने से द्वार, शुभ मंगल होवे सब काज। परिचय : किरण पोरवाल पति : विजय पोरवाल निवासी : सांवेर रोड उज्जैन (मध्य प्रदेश) शिक्षा : बी.कॉम इन कॉमर्स व्यवसाय : बिजनेस वूमेन विशिष्ट उपलब्धियां : १. अंतर्राष्ट्रीय साहित्य मित्र मंडल जबलपुर से सम्मानित २. अंतर्राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना उज्जैन से सम्मानित ३. १५००+ कविताओं की रचना व भजनो की रचना रूचि : कविता लेखन, चित्रकला, पॉटरी, मंडला आर्ट एवं संगीत घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित क...
मातृशक्ति
कविता

मातृशक्ति

किरण पोरवाल सांवेर रोड उज्जैन (मध्य प्रदेश) ******************** "रोज ही मातृ दिवस मनाओ, झुझती वह हर रोज है, हर पल पग-पग देती परीक्षा, कभी माँ बन कभी सासु वो" कितनी भी रणचंडी बन ले, प्रेम झलकता आंखों में, कभी हाथों में तलवार है उसके, कभी हाथों में बेटा है। कभी घोड़े पर असवार है होती, कभी घोड़ा बन जाती वो, कभी रक्त से तलवार है धोती, कभी कलम चलाती वो। कभी सिंहासन राज है करती, कभी वन वन में डोले वो, कभी बेटे का बलिदान है करती, कभी पन्नाधाय बन जाती वो। एक आंख में आंसू उसके, एक में प्रेम झलकाती वो , एक पल में रोना है उसका, एक पल में हंस जाती वो। कितना त्याग बलिदान है उसका, कभी चण्डी कभी दुर्गा वो, कभी जनक दुलारी सीता बनती, कभी वन देवी बन जाती वो। कभी हल से वह पैदा होती, कभी-कभी अग्नि परीक्षा देती वो, कभी धरती फट समा वह जाती, वह भारत की बेटी जो। ...
इंतजार के पल …
कविता

इंतजार के पल …

किरण पोरवाल सांवेर रोड उज्जैन (मध्य प्रदेश) ******************** इंतजार के पल भी बहुत होते हैं कठिन, इंतजार किया माता रुक्मणी ने, प्रभु पति पाये गोपाल नारद के मुख से कहानी सुनी ! कृष्ण चंद्र महाराज, पति रूप स्वीकार किया माता देखो आज, पाती (पत्र) भेजी कृष्ण को ले जाओ दीनानाथ, नहीं तो शिशुपाल दुष्ट आपकी दासी ले जाएगा साथ (आपका हक)। पाती पढ़कर है प्रभु कुंदनपुर में आए, रूखमणि को रथ में बैठा करके, ले जाए प्रभु साथ, इंतजार के पल खत्म हुए वर पाया गोपाल, पटरानी रुक्मणी बनी राजा हे नंदलाल। परिचय : किरण पोरवाल पति : विजय पोरवाल निवासी : सांवेर रोड उज्जैन (मध्य प्रदेश) शिक्षा : बी.कॉम इन कॉमर्स व्यवसाय : बिजनेस वूमेन विशिष्ट उपलब्धियां : १. अंतर्राष्ट्रीय साहित्य मित्र मंडल जबलपुर से सम्मानित २. अंतर्राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना उज्जैन से सम्मानित ३. ...
दो टूक
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दो टूक

किरण पोरवाल सांवेर रोड उज्जैन (मध्य प्रदेश) ******************** अहम को विचारो से भगाना सीखो, जीवन को सादगी से निभाना सीखो, ना जाने कोई पल ऐसा आये, मोती को एक डोर मै पिरोना सीखो, वक्त और धन पर गुरूर कैसा, यह तो समंदर के हिलोरे जैसा, सुख और दुख तो हरदम साथ साथ, कभी दायें तो कभी बायें चलते है साथ साथ, तीखे तीर और तेवर को रखना सम्भाल के, बाली भी भील बनकर आयेगा काल मै, परिचय : किरण पोरवाल पति : विजय पोरवाल निवासी : सांवेर रोड उज्जैन (मध्य प्रदेश) शिक्षा : बी.कॉम इन कॉमर्स व्यवसाय : बिजनेस वूमेन विशिष्ट उपलब्धियां : १. अंतर्राष्ट्रीय साहित्य मित्र मंडल जबलपुर से सम्मानित २. अंतर्राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना उज्जैन से सम्मानित ३. १५००+ कविताओं की रचना व भजनो की रचना रूचि : कविता लेखन, चित्रकला, पॉटरी, मंडला आर्ट एवं संगीत घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करती हूँ...
समर्पित
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समर्पित

किरण पोरवाल सांवेर रोड उज्जैन (मध्य प्रदेश) ******************** कभी झाँककर देखा तुमने, मात पिता के जीवन को, ठंडा बासी खाकर के पाला है अपने लालन को। नही महँगे कपडे हे पहने, नही ऐश का जीवन वो, कंधे पर बोझा हे ढोकर, पैदल ही वह चलते जो, पैसो की कीमत वह जाने, बूँद-बूँद वह भरते है, ठंड गर्मी बारिश नही समझे, वह मौसम को सहते है, त्याग और बलिदान समर्पण, हे नींव गहरी जीवन की, शिखर तो जब ही हे चमकता त्याग के आँसू सिंचे वो, (बच्चे) कंचन भी तपकर तभी दमकता, अंगारों पर चलते हे वो, ज्ञान विवेक संस्कार धैर्य को जीवन्त ह्रदय मै रखते जो, कितने काँटे भाटे रोडे आये, पर विचलित नहीं होते हे वो, दृढ़ संकल्प मन मै हे रखकर, मंजिल को छू (पा) जाते हे वो। परिचय : किरण पोरवाल पति : विजय पोरवाल निवासी : सांवेर रोड उज्जैन (मध्य प्रदेश) शिक्षा : बी.कॉम इन कॉमर्स व्यवसाय : बिजनेस ...
वीणापाणि
कविता

वीणापाणि

किरण पोरवाल सांवेर रोड उज्जैन (मध्य प्रदेश) ******************** मां सरस्वती की कृपा हे पाई, उनके मुख से कविता गई। जब भी उनकी वीणा बजती , मुख से कविता है यह बहती। वीणापाणि हे तु शारद, विद्या बुद्धि संगीत की दायक। गीत संगीत तुझसे हम पाते, तेरी वंदना नित्य हम गाते। हाथ में पुस्तक वीणा धारिणी, श्वेत वस्त्र हंस वाहिनी। गौ लोक मे वास तेरा, कृष्ण के अधरों पर तुम रहती। बंसी की हे तान सुरीली, सरस्वती उसमें है बहती। किरण पर आशीर्वाद है तेरा, कविता का हे गान में करती। उनके चरणों में शीश झुकाऊ, तेरा गान हमेशा गावु। तेरी भक्ति नित्य में पाऊं। परिचय : किरण पोरवाल पति : विजय पोरवाल निवासी : सांवेर रोड उज्जैन (मध्य प्रदेश) शिक्षा : बी.कॉम इन कॉमर्स व्यवसाय : बिजनेस वूमेन विशिष्ट उपलब्धियां : १. अंतर्राष्ट्रीय साहित्य मित्र मंडल जबलपुर से सम्मानित २. अंतर्राष्ट्रीय श...
गरीबी
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गरीबी

किरण पोरवाल सांवेर रोड उज्जैन (मध्य प्रदेश) ******************** जीवन में क्या क्या ना कराती गरीबी, झूठन के बर्तन, झाडू और पोछा, ऊपर से चार ताने सुनाती हे ये गरीबी। हथोडा और पावडा, गेती और तगारी, ठंडी हो या हो बारिश, गर्मी मै पसीना बहाती गरीबी। सेठो के बोल सहना थैलो का बोझ सहना, हर वक्त ठेला ढोना, सीखाती हे ये गरीबी। रूखी और सुखी खाना, जीवन को हे चलाना, बच्चों को एक भिखारी बनाती हे ये गरीबी। कोई तो भीख मांगे कोई जेब हाथ मारे, कोई चोरी और डाका डाले, हाथो मै हथकड़ी डलवाती है ये गरीबी। तुम गरीबो को दो सहारा, जीवन को दो किनारा, तुम बाँह उनकी थामो, रोजगार से लगा दो, बन जाये उनका जीवन, धन व्यर्थ ना गँवावो, गरीबी के दिन हे भारी, अमीर की रात न्यारी, जरा सोचकर तो देखो, तुम सूट पेन्ट वालो परिचय : किरण पोरवाल पति : विजय पोरवाल निवासी : सांव...
माँ
कविता

माँ

किरण पोरवाल सांवेर रोड उज्जैन (मध्य प्रदेश) ******************** माँ बेटी का नाता महान, समझना पाया कोई जहान। माँ आशा की किरण है जगत मै माँ विश्वास की आस। माँ भाव का दर्पण है, माँ प्रभात की मुस्कान। माँ प्रेम की डोर है, बेटी पतंग समान। धरती जैसा धैर्य हे उसमे सागर जैसी थाह। अम्बर सी स्तब्ध हे रहती, विशाल हृदय स्वभाव। सब उलझनो का सुलझन हैं वो, ममता प्यार दुलार। मनोबल है बच्चों का वह तो, माँ हे उच्च विचार है। माँ जीवन में प्रहरी है तो, दूरद्रष्टा पिता महान। माँ शान्ति की मूरत मेरी, गम सहना हे स्वभाव। सूरज सा माँ तेज है तुझमें, किरण सा हे प्रकाश। माँ पीहर में हे फुलवारी महके जीवन जहान। परिचय : किरण पोरवाल पति : विजय पोरवाल निवासी : सांवेर रोड उज्जैन (मध्य प्रदेश) शिक्षा : बी.कॉम इन कॉमर्स व्यवसाय : बिजनेस वूमेन विशिष्ट उपलब्धियां ...
इन्तजार
कविता

इन्तजार

किरण पोरवाल सांवेर रोड उज्जैन (मध्य प्रदेश) ******************** राम नाम ही आधार, राम के मिलन का, राम ही तपस्या थी... शबरी के इंतजार का। भाव ही तो राम था, प्रबल भाव राम था, भाव ही तो भक्ति थी.... राम से अनुराग था। बैर मैं ही भेद था , जो राम से मिलान का, बैर ही बहाना था... राम से मिलान का। और सब बहाना था, बहाना भी मिलान का, शबरी के इन्तजार का... बस राम ही इन्तजार था। जीवन मै राम नाम का, इन्तजार ही तो राम था, इन्तजार जब खत्म हुआ...., दर्शन हुआ राम का। परिचय : किरण पोरवाल पति : विजय पोरवाल निवासी : सांवेर रोड उज्जैन (मध्य प्रदेश) शिक्षा : बी.कॉम इन कॉमर्स व्यवसाय : बिजनेस वूमेन विशिष्ट उपलब्धियां : १. अंतर्राष्ट्रीय साहित्य मित्र मंडल जबलपुर से सम्मानित २. अंतर्राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना उज्जैन से सम्मानित ३. १५००+ कविताओं की रचना व भजनो की रचना ...
चाय
कविता

चाय

किरण पोरवाल सांवेर रोड उज्जैन (मध्य प्रदेश) ******************** चाय तो है अमृत का प्याला, ठंडी में जीवन का सहारा, भली कहो चाहे बुरी कहो, पर चाय से बनता हर कोई प्यारा, चाय के बिना आतिथ्य नहीं, अतिथि का सत्कार नहीं, चाय के बिना फीका सम्मान, चाय से सब सुस्ती मिटती, गरीबों को फुर्ती है मिलती, चाय के बिना जीवन बेकार, चाय के बिना आलस नहीं जाता, जीवन में सुस्ती है लाता, "किरण" को तो चाय से प्यार, पर स्वास्थ्य के लिए यह हे नुकसान। परिचय : किरण पोरवाल पति : विजय पोरवाल निवासी : सांवेर रोड उज्जैन (मध्य प्रदेश) शिक्षा : बी.कॉम इन कॉमर्स व्यवसाय : बिजनेस वूमेन विशिष्ट उपलब्धियां : १. अंतर्राष्ट्रीय साहित्य मित्र मंडल जबलपुर से सम्मानित २. अंतर्राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना उज्जैन से सम्मानित ३. १५००+ कविताओं की रचना व भजनो की रचना रूचि : कविता लेखन, चित्रकला, पॉटरी, मंड...
मेरी माँ
कविता

मेरी माँ

किरण पोरवाल सांवेर रोड उज्जैन (मध्य प्रदेश) ******************** हर पल जीना हर पल मरना, संघर्ष भरा जीवन है मां का, एक पल में खुशियां है उसके, एक पल गम भरा हे माँ, मन की बातें मन में रखती, चुप चुप कर कोने में रोती, एक आंख में खुशियां उसके, एक आंख में आंसू है मां, संघर्ष भरा जीवन है मां का, कहीं कुआं कही खाई है, फिर भी खुशियां है झोली में, प्यार भरा आंचल हे माँ, नहीं सिलवटे मस्तक पर उसके, आंखों में है नेह भरा, प्यार की प्रतिमा है मां मेरी, आंचल मे हे प्यार भरा, मेहनती विवेकी अदम्य हे साहस, निडर बहादुर सुंदर है मां, पढ़ी-लिखी अनपढ़ कैसी भी, मन को पढ़ लेती है मां, बच्चों का विश्वास मनोबल, मन की बातें समझती मां। परिचय : किरण पोरवाल पति : विजय पोरवाल निवासी : सांवेर रोड उज्जैन (मध्य प्रदेश) शिक्षा : बी.कॉम इन कॉमर्स व्यवसाय : बिजनेस वूमेन विशिष्ट उपलब्धिया...
मोह माया
कविता

मोह माया

किरण पोरवाल सांवेर रोड उज्जैन (मध्य प्रदेश) ******************** अपना बनाते बनाते जीवन गुजर गया, कम और गम खाते खाते जीवन गुजर गया, मान और सम्मान के ख़ातिर, कितनी ठोकरे हे खाई, अपमान और तिरस्कार का घूँट पिते-पिते, क्या करे कमख्खत इन आदतो का, नही तो चेन नहीं आराम जीवन में, बस छूटता तो एक, बस प्रभु नाम जीवन मै, मिलता तो अपयश और अपमान है सहना, बस प्रभु अनुराग के कारण जीवन सार्थक हे तो करना। लगे रहे अच्छे कर्मो मे हम सदा, बस प्रभु ध्यान चरणो मे, नजर सदा उसकी रहे हम पर, यही आशीष हो उनका। परिचय : किरण पोरवाल पति : विजय पोरवाल निवासी : सांवेर रोड उज्जैन (मध्य प्रदेश) शिक्षा : बी.कॉम इन कॉमर्स व्यवसाय : बिजनेस वूमेन विशिष्ट उपलब्धियां : १. अंतर्राष्ट्रीय साहित्य मित्र मंडल जबलपुर से सम्मानित २. अंतर्राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना उज्जैन से सम्मानित ३. १५००+ कव...
जंजीर
कविता

जंजीर

किरण पोरवाल सांवेर रोड उज्जैन (मध्य प्रदेश) ******************** शादी कर जंजीरों में ना बांधे, मुझे जीवन में कुछ करना है, मेरा हक मेरे भविष्य को अभी तो मुझे सँवारना है, स्कूल जाने का समय है मेरा, नहीं ससुराल में जाने का, डॉक्टर वकील प्रोफ़ेसर है बनना, हक ना छिनो मेरा है, घर के जंजीरों से ना जकड़ो, ना बेडी डालो तुम? स्कूल चले स्कूल चले स्कूल चले सब मिलकर हम, सभ्यता संस्कारों की जननी, "स्कूल" मेरे भविष्य का भाग्य विधाता, शिखर छूकर मुझे हे आना, मेरे पैरों मै जंजीरे ना बाँध तुम, आधुनिक भारत का सपना, आत्मनिर्भर भारत का सपना, साकार तभी हो सकता है, "बेटी पढ़ाओ बेटी बढ़ाओ" तभी साकार हो सकता है, "मेरी पढ़ाई मेरा भविष्य" इसको नहीं गँवाना है, उम्र से पढ़ना, एक उम्र में शादी यही जीवन की सफलता है, "हम पढ़ेंगे हम बढ़ेंगे" नहीं शादी की जंजीरों में बाँधो तुम, अपना "भविष...
रूप चौदस श्रृंगार
कविता

रूप चौदस श्रृंगार

किरण पोरवाल सांवेर रोड उज्जैन (मध्य प्रदेश) ******************** मन सुन्दर सा हे बने, आत्मा का श्रृंगार, तन प्रभु की सेवा मै लगे, कंचन काया निखार। चित्त रहे निर्मल सदा, सोच रहे विशाल, विवेक बुद्धि ज्ञान धन, भरा रहे भण्डार। करे भलाई, दान, पुण्य, सेवा और सत्कार, दीनदुखियो की सेवा ही, काया का श्रृंगार। रूप चौदस, नरक चौदस, धन्वन्तरि दे आशीष, स्वस्थ रहे मानव सभी, सुर्य किरण से स्वस्थ। परिचय : किरण पोरवाल पति : विजय पोरवाल निवासी : सांवेर रोड उज्जैन (मध्य प्रदेश) शिक्षा : बी.कॉम इन कॉमर्स व्यवसाय : बिजनेस वूमेन विशिष्ट उपलब्धियां : १. अंतर्राष्ट्रीय साहित्य मित्र मंडल जबलपुर से सम्मानित २. अंतर्राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना उज्जैन से सम्मानित ३. १५००+ कविताओं की रचना व भजनो की रचना रूचि : कविता लेखन, चित्रकला, पॉटरी, मंडला आर्ट एवं संगीत घोषणा पत्र : मैं य...
चीर
कविता

चीर

किरण पोरवाल सांवेर रोड उज्जैन (मध्य प्रदेश) ******************** इस चीर की महिमा भारी इस चीर की शोभा न्यारी। चीर देखो ग्रंथ हे रचता, ब्रह्मा विष्णु महेश हे पलता। "चीर से तो लाज है अपनी, इस चीर से सम्मान है चीर से तो आन जगत में, यह चीर ही तो शान है" चीर में खुशियां झलकती, सब व्यथा इसमे है छुपी। चीर ही इतिहास बनता, द्रोपदी सीता सती। चीर मै गोपियों के आंसू, यमुना का सा नीर था। इतिहास साक्षी है यहां पर, विदुरानी का अंग ढका। चीर में श्री कृष्ण बसते, चीर ही तो कृष्ण था। नानी बाई का भात हे भरने, श्रीकृष्ण ही तो चीर था। परिचय : किरण पोरवाल पति : विजय पोरवाल निवासी : सांवेर रोड उज्जैन (मध्य प्रदेश) शिक्षा : बी.कॉम इन कॉमर्स व्यवसाय : बिजनेस वूमेन विशिष्ट उपलब्धियां : १. अंतर्राष्ट्रीय साहित्य मित्र मंडल जबलपुर से सम्मानित २. अंतर्राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना उज्ज...