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Tag: अजय कुमार राजन ‘अजेय’

हे मेरी माँ
कविता

हे मेरी माँ

अजय कुमार राजन 'अजेय' मढिया, हरदोई (उत्तर प्रदेश) ******************** हे मेरी माँ तेरी करिश्मा, सबसे निराली है तेरी महिमा। हे मेरी माँ... जन्म दिया है पालन पोषण किया है, खुद कष्ट सहके मुझे सुख दिया है। तेरी शक्ति की नहीं कोई सीमा, हे मेरी माँ... मां इतनी भोली-भाली, आंगन की मेरी फुलवारी। मैं फूल तुम हो माली, मुझ में जान तुमने डाली। मां ने सहे हैं मेरे लिए कई सदमा, हे मेरी मां .... जग में सबसे बड़ा है नाता, मां बेटे का रिश्ता। हमको कुछ नहीं था आता, तुमने बना दिया मुझे ज्ञाता। मैं हूं तेरा बेटा तुम हो मेरी मां, हे मेरी मां ... परिचय :-  अजय कुमार राजन 'अजेय' निवासी : मढिया, थोकमाधौ, बघौली, हरदोई (उत्तर प्रदेश) घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करता हूँ कि मेरी यह रचना स्वरचित एवं मौलिक है। आप भी अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर ...