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स्याणे री पिलसण

राम प्यारा गौड़
वडा, नण्ड सोलन (हिमाचल प्रदेश)

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देखि के न्याणेयां शोर मचाया,
बोले ! डाकिया आया-डाकिया आया।
स्याणे सोचेया ….
जरूर मेरी पिलसण ल्याया,
डाकिये चिट्ठी हाथ्थो थमाई,
स्याणे रे पोपल़े मुंए रौणक आई।
बोल्या, सुकर आ, मेरी पिलसण आई,
डाकिये ने समज्याया….बाबा !
चिट्ठी बंको री….
आज्जां तेरी पिलसल नी आई।
सुणि के स्याणी,बऊ, पाऊ,
स्याणे रे बक्खो गए आई।
बऊए चिट्ठी पड़ी के सुणाई….
बोली –बंको ते करिसी कारड,
तिन्न लख लौन आ लऊरा।
ना मूल़ ना ब्याज …चार साल ते
एक्क बी पैसा नींयां टाउरा।
ऐते करिके लीगल नोटस आ आउरा,
सुणि के स्याणे रा सिर चकराया,
बोल्या–देखो लोको !
ल्वादा री करतूत,
सारे पैसे नसेयां च फुक्कै,
तेबेई करजे रा सिरो परो चड़ेया पूत।
लाम्बा साअ लेई स्याणा ग्लाया,,,,,
मैं सोचेया बुढ़ापा पिलसण आई,
पर ये थी नलैक पाऊए री कमाई।।

परिचय :-  राम प्यारा गौड़
निवासी : गांव वडा, नण्ड तह. रामशहर जिला सोलन (सोलन हिमाचल प्रदेश)


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