Saturday, September 21राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर आपका स्वागत है... अभी सम्पर्क करें ९८२७३६०३६०

एकांतवास

पवन मकवाना (हिन्दी रक्षक) 
इन्दौर (मध्य प्रदेश)
********************

वृद्धाश्रम में आज कोरोना की जांच करने के लिए सरकारी अस्पताल से डॉक्टर और नर्स आये हुए थे सभी वृद्धजन कतार में खड़े अपनी बारी की प्रतीक्षा कर रहे थे … बाबा आपका नाम क्या है … नर्स सभी के नाम पूछती जाती… व आधार कार्ड देखने के बाद उन्हें सुई (कोरोना का टीका) लगा देती… दिन भर यही क्रम चलता रहा शाम के ५ बज चुके थे डॉक्टर और नर्स जाने के लिए सामान समेटने लगे…. तभी कमर झुकाये लाठी के सहारे चलते हुए एक बूढी अम्मा आई और नर्स से पूछा- मैंने सूना है की एकांतवास (कोरेन्टाइन) में रहने से कोरोना पास नहीं आता है… ?
नर्स बोली- जी सही कहा आपने …
बूढी अम्मा पलटकर जाने लगी तभी नर्स ने कहा अम्मा सुई (टीका) तो लगवाती जाओ …!!
अम्मा ने पलटकर देखा और धीरे से बुदबुदाई … मुझे नहीं लगवाना टीका वीका २० बरस से मैं अपने परिवार से दूर इस वद्धाश्रम में एकांतवास में (कोरेन्टाइन) हूँ कोरोना मेरा क्या बिगाड़ लेगा…?
नर्स हाथ में सुई (कोरोना टीके का इंजेक्शन) लिए जाती हुई बूढी अम्मा को एकटक देखती रह गई …. तभी नर्स के पैरों के पास पानी की कुछ बुँदे टपक पड़ी …..???

परिचय : पवन मकवाना (हिन्दी रक्षक)
जन्म : ६ नवम्बर
निवासी : इंदौर मध्य प्रदेश
सम्प्रति : स्वतंत्र पत्रकार व व्यावसाइक छायाचित्रकार
संस्थापक : राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच
सम्पादक : hindirakshak.Com हिन्दीरक्षकडॉटकाम
सम्पादक : divyotthan.Com (DNN)
सचिव : दिव्योत्थान एजुकेशन एन्ड वेलफेयर सोसाइटी
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करता हूँ कि सर्वाधिकार सुरक्षित मेरी यह रचना, स्वरचित एवं मौलिक है।


आप भी अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर अपने परिचय एवं फोटो के साथ प्रकाशित करवा सकते हैं, राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि प्रकाशित करवाने हेतु अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, हिंदी में टाईप करके हमें hindirakshak17@gmail.com पर अणु डाक (मेल) कीजिये, अणु डाक करने के बाद हमे हमारे नंबर ९८२७३ ६०३६० पर सूचित अवश्य करें … 🙏🏻

आपको यह रचना अच्छी लगे तो साझा अवश्य कीजिये और पढते रहे hindirakshak.com राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच से जुड़ने व कविताएं, कहानियां, लेख, आदि अपने चलभाष पर प्राप्त करने हेतु राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच की इस लिंक को खोलें और लाइक करें 👉🏻hindi rakshak manch👈🏻 … राष्ट्रीय हिन्दी मंच का सदस्य बनने हेतु अपने चलभाष पर पहले हमारा चलभाष क्रमांक ९८२७३ ६०३६० सुरक्षित कर लें फिर उस पर अपना नाम और कृपया मुझे जोड़ें लिखकर हमें भेजें…🙏🏻.

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *