Sunday, September 22राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर आपका स्वागत है... अभी सम्पर्क करें ९८२७३६०३६०

मुस्कुरा रहा वतन

====================

रचयिता : कार्तिकेय त्रिपाठी ‘राम’

हरी-भरी वसुंधरा को
देख कर मेरा वतन,
मुस्कुरा रहा है ऐसे
फूल का कोई चमन।
हर जवान देखता है
सीना तानकर यहां,
आजाद,भगत,बोस ने
जन्म लिया है जहां।
जमीं है मेरे प्यार की
जमीं है मेरे दुलार की,
महक ये बिखेरती
प्रेम,पावन,प्यार की।
ये धरा भी देखो हमको
कैसे यूं लुभा रही,
छा रही अमराई है
गंगा सुधा बरसा रही।
इसका थोडा़ गुणगान करें
और इसका मान धरें,
गीत भी अर्पण करें
और मन दर्पण करें।
पा रहें हैं इससे मनभर
खुशियों का जहान हम,
रक्त रंजित ना धरा हो
इसका धरें ध्यान हम।
संजीवनी है ये धरा
मुस्कानों से भर दें घडा़,
इससे बढ़कर कुछ नहीं है
इस धरा पर है धरा।
पाकर धरा पर हम ये जीवन
जीते ही तो जा रहे,
शीर्ष पर फहरा तिरंगा
हिन्द जन मुस्का रहे।
लेखक परिचय :- कार्तिकेय त्रिपाठी ‘राम’
जन्म – ११.११.१९६५ इन्दौर
पिता – श्री सीताराम त्रिपाठी
पत्नी – अनिता, पुत्र-आदित्य, पुत्री-कृतिका
लेखन – कविता, लघुकथा, व्यंग्य, खेल समीक्षा एवं फिल्य कलाकारों पर आलेख देश के सभी हिन्दीभाषी अखबार व पत्रिकाओं में प्रकाशित, एक काव्य संग्रह “मुस्कानों के रंग ”
एवं दो साझा काव्य संग्रह  “काव्य रंग – होली के संग” प्रकाशित।
साहित्यिक संस्था प्रतिलिपि द्वारा दिल्ली में व्यंग्य रचना ‘रामभरोसे और तोप का लायसेंस’ को सर्वाधिक लोकप्रिय कविता का सम्मान, भाषा सारथी, काव्यसंदेश सम्मान व हिन्दीभाषा, मातृभाषा, दैनिक विनय उजाला राज्यस्तरीय सम्मान से अलंकृत।
आकाशवाणी पर काव्य रचनाओं का प्रसारण एवं पुरस्कृत ।

आप भी अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि अपने परिचय एवं फोटो के साथ प्रकाशित करवा सकते हैं, अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि प्रकाशित करवाने हेतु हिंदी में टाईप करके हमें hindirakshak17@gmail.com पर मेल कीजिये मेल करने के बाद हमे हमारे नंबर ९८२७३ ६०३६० पर सूचित अवश्य करें … और अपनी कविताएं, लेख पढ़ें अपने मोबाइल पर या गूगल पर www.hindirakshak.com खोजें…🙏🏻

आपको यह रचना अच्छी लगे तो साझा जरुर कीजिये और पढते रहे hindirakshak.com  कविताएं, कहानियां, लेख, आदि अपने मोबाइल पर प्राप्त करने हेतु हिंदी रक्षक से जुड़ने के लिए अपने मोबाइल पर पहले हमारा नम्बर ९८२७३ ६०३६० सुरक्षित कर लें फिर उस पर अपना नाम और कृपया मुझे जोड़ें लिखकर हमें भेजें…

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *