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छोटी सी भूल

प्रेमनारायण राव
भोपाल (मध्य प्रदेश)
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जग में मत करना,
एक छोटी सी भूल।
अंत में पछतायेगा,
कर छोटी सी भूल॥

पारीक्षित नें किन्ही
एक छोटी सी भूल
कीन्हों अपमान,
मृत सर्प मुनि डारके
अंत में पछताये,
कर छोटी सी भूल

पाण्डू मृग मारे बन,
रमण क़ि अवस्था में
पायो मृग श्राप पाण्डू ,
भोग के वियोग को
जीवन को अंत भयो
कर छोटी सी भूल

महल बीच दुर्योधन
भई गिरबे क़ि भूल
द्रौपती किन्ही,
तब हँसबे क़ि भूल

सभा बीच नग्न भई,
कर छोटी सी भूल
योगी मुनि योद्धा नृप,
तनक भई भूल
काऊ को ना बक्षत
प्रेम छोटी सी भूल

परिचय :- प्रेमनारायण राव
पिता : स्व. श्री कृपाराम राव
पता : राजाभोज की नगरी भोजपाल (भोपाल) म.प्र
सम्प्रति : शासकीय सेवा से सेवानिवृत्त
विधा : भजन, ग़ज़ल, लोकगीत, विदाई गीत, देशभक्ति गीत, अभिनंदन पत्र, कवित्त, सवैये, छंद, कुण्डली, दोहे, साकी, शैर आदि विधाओ में रचनाएँ।
सन १९८४ से १९९० तक आकाश वाणी में स्वरचित लोकगीत गायक।
वर्ष १९८४ में कन्यादान लघु पुस्तिका प्रकाशित।
भेल छत्तीसगढ सांस्कृतिक मंच द्वारा १९९० में रामायण गायन में प्रधान गायक के रुप में प्रथम स्थान प्राप्त।
मध्यप्रदेश शासकीय कर्मचारी रंगमंच भोपाल द्वारा वर्ष २००८ में एकता सम्मान प्राप्त।
गुरुदेव मानस मर्मज्ञ स्वर्गीय स्वामी राजेश्वरानन्द सरस्वती जी से प्रेरणा लेकर श्री रामचरित मानस के सातो काण्डो को १९४० कवित्त, सवैयों में पूर्ण किया।
अभी तक कुल – ४७०८ रचनाएँ पूर्ण।
विशेष : शरीर के विभिन्न अंगो से हारमोनियम बजाने में महारथ हासिल किया जिसे आज तक न्यूज, ई टीवी, बी टीवी, ए.एन आई न्यूज, सहारा समय, जी न्यूज, भोपाल दूरदर्शन, स्टार न्यूज, साधना न्यूज, पी 7 न्यूज जेसे कई राष्ट्रीय चेनलो पर सीधा प्रसारण भी दिया जा चुका हैं।
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करता हूँ कि सर्वाधिकार सुरक्षित मेरी यह रचना, स्वरचित एवं मौलिक है।


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