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जोरू का गुलाम

अमित राजपूत
उत्तर प्रदेश

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मात पिता की सेवा ना कर जोरू की बाहों में सो गया !
बेकार है तेरा जीवन तू तो जोरू का गुलाम हो गया !

जोरू कहे तो हां में हां मां बाप कहे तो ना करते हो !
मां बाप से अपने डरते नहीं पर जोरू से तुम डरते हो !

डूब मरो चुल्लू भर पानी में तेरा जीवन शर्मसार हो गया !
भूल गया है मात पिता को तू जोरू का गुलाम हो गया !

भूल गया जन्म देने वाली उस मां को ओर जोरू पे मरते हो !
छोड़ दिया मात बाप को बुढ़ापे में जोरू की जी हजूरी करते हो !

नर्क बना कर जीवन मां बाप का जोरू के सपनों में खो गया !
अब शर्म नहीं आती तुझे क्योंकि तू जोरू का गुलाम हो गया!

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परिचय :- अमित राजपूत उत्तर प्रदेश गाजियाबाद

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