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दोबारा बचपन फिर मिले

मो. जमील
अंधराठाढी (मधुबनी)

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काश मैं फिर बन जाऊँ बच्चा
माँ की गोद में फिर
खाऊंगा खाना
दोस्तों के साथ बागीचों में
फिर खेलूंगा लुकाछिपी
स्कूल के लास्ट बेंच पर
फिर करुंगा पढ़ाई
असली मोबाइल की जगह
नकली मोबाइल फिर
मिल जाएं
माँ से फिर सुनने को
मिले कहानी
पिता से फिर सुनने को
मिले डांट
दोस्तों के साथ हंसी मजाक
फिर करने को मिले
माँ की लात फिर
खाने को मिलें
माँ-पिताजी के साथ
फिर कहीं जाने को मिलें
बहन की पैसा
फिर चुराने को मिल जाएं
बहन के साथ
झगड़ा करने की मौका
फिर से मिल जाएं
काश दोबारा बचपन
फिर मिल जाएं।

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परिचय :-  मो. जमील अंधराठाढी (मधुबनी)


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