Monday, December 23राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर आपका स्वागत है... अभी सम्पर्क करें ९८२७३६०३६०

नारी का सम्मान करो

मीना सामंत
एम.बी. रोड (न्यू दिल्ली)

********************

समझ सको तो समझो औरत की लाचारी को
बंदिशों में जकड़ी एक भोली भाली नारी को
समझ सको तो समझो औरत की लाचारी को!

तरह-तरह के छल दुनिया में छल से छली गई
जीत भरोसा उसका,छली बेंच रहे व्यापारी को
समझ सको तो समझो औरत की लाचारी को!

नौ दिन देवी समझें फिर जुल्मों अत्याचार करें
मंदिर में प्रतिबंधित देखा है भाग्य की मारी को
समझ सको तो समझो औरत की लाचारी को!

जिसका जो भी मन सब कहकर चलते बनते हैं
जब तब कड़वे ताने सुनते पाया उस संसारी को
समझ सको तो समझो औरत की लाचारी को!

नारी का सम्मान करो,कभी नहीं अपमान करो
देख रहा भगवान अत्याचार संग अत्याचारी को!
समझ सको तो समझो औरत की लाचारी को

नारी से है देश महान,जिससे बढ़ती देश की शान
आंचल में ममता,दया,पलकें अश्कों से भारी को
समझ सको तो समझो औरत की लाचारी को!

परिचय :- मीना सामंत
एम.बी. रोड (न्यू दिल्ली)

आप भी अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि राष्ट्रीय हिंदी रक्षक मंच पर अपने परिचय एवं फोटो के साथ प्रकाशित करवा सकते हैं, राष्ट्रीय हिंदी रक्षक मंच पर अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि प्रकाशित करवाने हेतु अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, हिंदी में टाईप करके हमें hindirakshak17@gmail.com पर अणु डाक (मेल) कीजिये, अणु डाक करने के बाद हमे हमारे नंबर ९८२७३ ६०३६० पर सूचित अवश्य करें …🙏🏻

आपको यह रचना अच्छी लगे तो साझा जरुर कीजिये और पढते रहे hindirakshak.com राष्ट्रीय हिंदी रक्षक मंच से जुड़ने व कविताएं, कहानियां, लेख, आदि अपने चलभाष पर प्राप्त करने हेतु राष्ट्रीय हिंदी रक्षक मंच की इस लिंक को खोलें और लाइक करें 👉 👉 hindi rakshak manch  👈… राष्ट्रीय हिंदी रक्षक मंच का सदस्य बनने हेतु अपने चलभाष पर पहले हमारा चलभाष क्रमांक ९८२७३ ६०३६० सुरक्षित कर लें फिर उस पर अपना नाम और कृपया मुझे जोड़ें लिखकर हमें भेजें…🙏🏻

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *