Thursday, November 21राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर आपका स्वागत है... अभी सम्पर्क करें ९८२७३६०३६०

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस व फागोत्सव पर काव्यनिशा सम्पन्न

महू। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस एवं होली के पूर्व फागोत्सव के अवसर पर कोदरिया महू में अभा साहित्य परिषद, महू इकाई द्वारा कवि सम्मेलन आयोजित हुआ। एवं परिषद द्वारा महिला शिक्षिकाओं का सम्मान भी किया गया।
दीपक जी पगारे के मुख्य आथित्य व शिवकुमार जी शर्मा के संयोजन में काव्यनिशा देर रात तक चली जिसमे सभी कवियों द्वारा होली व प्रेम गीत के साथ हास्य व शेरों शायरी की प्रस्तुति दी गई। कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती वंदना से दामोदर विरमाल द्वारा की गई। आमंत्रित कवियों में देवांशी गुर्जर – महाकाल की बेटी हूँ। रमेश जैन “राही” – क्या होते है कसमे वादे। एस के अस्थाना – कुछ लिखता हूँ कुछ। डॉ विमल सक्सेना – ना हिन्दू खतरें में है ना मुसलमान। डॉ. रामपाल वर्मा – कुछ मंदिर बनाये बैठे है कुछ। चंदना जी कोदरिया – चलो आज वादा करते है। दामोदर विरमाल – आओ खेलें होली। डॉ. जगदीश चौहान – बन्द करो वो बाबियाँ जहां। बिंदु के. पंचोली – करो मत खण्ड-खण्ड मेरा भारत। मनीष श्रीवास्तव – नारी तू पहचान है। शिव कुमार शर्मा – होरी खेलने निकली राधा। भगवानदास तरंग – एक साथ देंगे नारी को सम्मान। विनोद सिंह गुर्जर – नारायणी हम नारायण बन जाएं, दीपक पगारे – तेरा मेरा कैसे बीता बचपन, यश कौशल – मेरे हर ज़ख्म की दवा मेरी माँ आदि शामिल हुए। कार्यक्रम सफल संचालन यश कौशल द्वारा किया गया एवं आभार शिव शर्मा ने व्यक्त किया।


आप भी अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि हिंदी रक्षक मंच पर अपने परिचय एवं फोटो के साथ प्रकाशित करवा सकते हैं, हिंदी रक्षक मंच पर अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि प्रकाशित करवाने हेतु अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, हिंदी में टाईप करके हमें hindirakshak17@gmail.com पर अणु डाक (मेल) कीजिये, अणु डाक करने के बाद हमे हमारे नंबर ९८२७३ ६०३६० पर सूचित अवश्य करें … और अपनी कविताएं, लेख पढ़ें अपने चलभाष पर या गूगल पर www.hindirakshak.com खोजें…🙏🏻

आपको यह रचना अच्छी लगे तो साझा जरुर कीजिये और पढते रहे hindirakshak.com हिंदी रक्षक मंच से जुड़ने व कविताएं, कहानियां, लेख, आदि अपने चलभाष पर प्राप्त करने हेतु हिंदी रक्षक मंच की इस लिंक को खोलें और लाइक करें 👉🏻hindi rakshak mnch 👈🏻 हिंदी रक्षक मंच की इस लिंक को खोलें और लाइक करें … हिंदी रक्षक मंच का सदस्य बनने हेतु अपने चलभाष पर पहले हमारा चलभाष क्रमांक ९८२७३ ६०३६० सुरक्षित कर लें फिर उस पर अपना नाम और कृपया मुझे जोड़ें लिखकर हमें भेजें…

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *