विशाल कुमार महतो
राजापुर (गोपालगंज)
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भारत है अपना बहुत महान, जन्में है यहाँ पे वीर,
ये उन वीरों की कहानी है, जिन्होंने दी कुर्बानी है।
जो चढ़ गए हँसकर फाँसी पर,
बिना किये गर्दन का मोल
कलम, आज उनकी जय बोल
कलम, आज उनकी जय बोल
माँ के आँचल में रहने वाले, आँचल से ही दूर गए
भारत की रक्षा करने में, माँ बहनों के सिंदूर गए
बिना रुके करते है सेवा,
जैसे रुके न कभी चक्र वो गोल
कलम, आज उनकी जय बोल
कलम, आज उनकी जय बोल
याद करो उन वीरों को जिन्होंने जान गावाई थी,
देकर अपने प्राण, लहू की नदियां जब बहाई थी।
दुश्मनों की छाती पर चढ़कर,
जब वीरों ने बजाई ढोल,
कलम, आज उनकी जय बोल
कलम, आज उनकी जय बोल
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