रचयिता : डॉ सुनीता श्रीवास्तव
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कलम कारवाँ
रूके ना कभी कलम मुझसे
बढ़ता रहे विचारों का कारवां,
एक बार चली जो कलम,
रच दे कागज पर इबारत
जहां तक फैला हो नीला आसमां।
थके ना हम, पथ पर चलते रहे
बना दे चहकते हुये
विचारों का घरौंदा,
उड़े सप्न-पाखी पंख पसारे
नील आसमा में , उड़े कोई परिंदा।
खत्म ना होकलम की काली स्याही
चित्रित करे तूलिका से,
रंग बिरंगे जीवन की कहानी,
मिटे ना जो सदियों तक पृष्ठों से
चढ़े रंग जैसी अमावस रजनी।
लिखे एक सुनहरा ऐसा इतिहास
प्रवाह उसकी बहे निरंतर चिरंतन,
पीढ़ी दर पीढ़ी पढ़े वह गाथा
अमर हो जाए ‘मेरा चिंतन’।
परिचय :- नाम :- डॉ सुनीता श्रीवास्तव
शेक्षणिक योग्यता – एम. एस .सी .,बी. एड.,पत्रकारिता डिप्लोमा ,साहित्य रत्न
जन्म दिनांक – 3।7।59
जन्म स्थान – राजगढ़ (ब्यावरा)म.प्र.
कार्य अनुभव – सांझ लोकस्वामी समाचार पत्र इंदौर (डाक और फीचर डेस्क), नव भारत समाचार पत्र इंदौर (विषेष सिटी रिपोर्टर), स्वदेश समाचार पत्र इंदौर(साप्ताहिक सप्तरंग)सपादक, चौथा संसार समाचार पत्र इंदौर साहित्यक पेज(सपादक), एस डी ए टाइम्स समाचार पत्र में डाक ,फीचर ओर साहित्यक पेज इंचार्ज), लाइव टू डे टी वी चेनल सिटी रिपोर्टर इंदौर, विजन प्लस टीवी चैनल (खरगोन) बयूरो चीफ, वर्तमान 99टीवी चेनल इंदौर
प्रकाशित पुस्तक – शुभसँकल्प (कविता संग्रह), चिन्मय (कहानी संग्रह), चाह (कहानी संग्रह)
सत्य मेव जयते (स्वदेश समाचार पत्र में प्रकाशीत लेख ), यथार्थ चित्रण (नव भारत समाचार पत्र में प्रकाशित कालोनियों की रिपोर्ट), दर्द (स्वदेश समाचर पत्र में प्रकाशित इंदौर शहर के एन जी ओ की रिपोर्ट)
नव भारत ,स्वदेश ,चोथसंसार ,साँझलोकस्वामी ,एस डी ए टाइम्स ,चेतना ,रविवारीया आदि में कविता ,कहानी ,लेख आदि प्रकाशित, आकाशवाणी ओर दूरदर्शन पर वार्ताए
सम्मान – श्रीनाथ कायस्थ समाज द्वारा सम्मान, अखिल भारतीय कायस्थ समाज द्वारा सम्मान, लायन्स वेस्ट क्लब द्वारा बेस्ट एक्टिविटी ,फोटोग्राफी के लिये एवार्ड
अहिल्या विश्वविद्यालय पुस्कालाय द्वारा साहित्य संगम सम्मान, खरगोन सहित्य समिति द्वारा निमाड़ महिला सम्मान …
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