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ओ मेरी प्यारी बहना

दीवान सिंह भुगवाड़े
बड़वानी (मध्यप्रदेश)

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ओ मेरी प्यारी बहना
तू हमेशा खुश ही रहना।

आये विपदा कोई तेरे जीवन में
बेझिझक तुम मुझसे कहना
दुखों को तेरे मुझे है सहना
प्रण लिया है यह मैने बहना।

माँ की लाड़ली, पापा की परी
मेरे लिए बहना तू है सर्वोपरी।

मंदिर में ममता के, तू है प्यारी मूरत
माँ भी नजर आती है, पिता भी
जब मै देखता हूं तेरी सूरत।

अगर हो अंधेरा तेरे सफर में
तो खुद को जला दूँगा मै
राहों में तेरी यदि हो कांटे
तो खुद को बिछा दूँगा मै।

दुख ना आये कभी
तेरे जीवन में बहना
मुझ पर रखना प्रेम हमेशा
और जीवन भर संग ही रहना।

ओ मेरी प्यारी बहना
तू हमेशा मुस्कुराते रहना।

परिचय :- दीवान सिंह भुगवाड़े
निवासी : बड़वानी (म.प्र.)
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करता हूँ कि मेरी यह रचना स्वरचित एवं मौलिक है।


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