धैर्यशील येवले
इंदौर (म.प्र.)
********************
पलको के पीछे
छुपा है एक और संसार
सुनहरी धूप लिए
गुनगुनाती हवा के साथ।
करते ही बंद पलके
होती है हर कामना पूरी
जब चाहो आता है बसंत
अल्हड़ पवन के साथ।
शीतल दव बिंदु
करते है स्वागत
आदित्य रश्मि का
पंकज नृत्य करता है
सरोवर के साथ।
कुहू कुहू गाती कोयल
आम्रकुंज महकाती है
नभ से उतर आता है
अरुण संध्या के साथ।
श्याम वर्ण घन अंबर में
आवारा विचरते है
पीयूष आता है चुपके से
सावन के साथ।
कुसुम करती प्रणय याचना
मधुर मधु सुवाषित
कब आएगा मधुप
कामदेव के साथ।
विरह वेदना का हुआ अंत
श्रृंगार किया सौभाग्यवती ने
तृप्ति आयी
प्रियंकर के साथ।
.
परिचय :- धैर्यशील येवले
जन्म : ३१ अगस्त १९६३
शिक्षा : एम कॉम सेवासदन महाविद्याल बुरहानपुर म. प्र. से
सम्प्रति : १९८७ बैच के सीधी भर्ती के पुलिस उप निरीक्षक वर्तमान में पुलिस निरीक्षक के पद पर पीटीसी इंदौर में पदस्थ।
सम्मान : हिंदी रक्षक मंच इंदौर (hindirakshak.com) द्वारा हिंदी रक्षक २०२० सम्मान
आप भी अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि हिंदी रक्षक मंच पर अपने परिचय एवं फोटो के साथ प्रकाशित करवा सकते हैं, हिंदी रक्षक मंच पर अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि प्रकाशित करवाने हेतु अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, हिंदी में टाईप करके हमें hindirakshak17@gmail.com पर अणु डाक (मेल) कीजिये, अणु डाक करने के बाद हमे हमारे नंबर ९८२७३ ६०३६० पर सूचित अवश्य करें … और अपनी कविताएं, लेख पढ़ें अपने चलभाष पर या गूगल पर www.hindirakshak.com खोजें…🙏🏻
आपको यह रचना अच्छी लगे तो साझा जरुर कीजिये और पढते रहे hindirakshak.com हिंदी रक्षक मंच से जुड़ने व कविताएं, कहानियां, लेख, आदि अपने चलभाष पर प्राप्त करने हेतु हिंदी रक्षक मंच की इस लिंक को खोलें और लाइक करें 👉🏻 hindi rakshak manch 👈🏻 … हिंदी रक्षक मंच का सदस्य बनने हेतु अपने चलभाष पर पहले हमारा चलभाष क्रमांक ९८२७३ ६०३६० सुरक्षित कर लें फिर उस पर अपना नाम और कृपया मुझे जोड़ें लिखकर हमें भेजें…