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खानाबदोश

गोरधन भटनागर
खारडा जिला-पाली (राजस्थान)

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बस! खाने की आस में भटकते दिन-रात।
सब कुछ बन्द हैं, काम की पाबन्दी हैं।।

शहरों की तालाबन्दी हैं।
घर इनके भी मन्दी हैं।।

कुदरत की लीला हैं, या करामात इन्सान की।
मगर कैसे मैं समझाऊँ मन को,
क्या गलती हैं इन सब की।
कुछ भूखे ही सो गये।
कुछ दुर क्षितिज में खो गए।।

कुछ अपनो से मिले बिना ही।
धरा में विलीन हो गए।
कमाना मकसद नहीं इनका।
बस खाना और पेट भरना।।

ये भी रास न आया कुदरत को।
ये शामिल नहीं थे तेरे ह्वास में।।

फिर क्यूँ इनको भी गिन लिया।
सबकुछ इनका छीन लिया।।

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परिचय :-
नाम : गोरधन भटनागर
निवासी : खारडा जिला-पाली (राजस्थान)
जन्म तारीख : १५/०९/१९९७
पिता : खेतारामजी
माता : सीता देवी
स्नातक : जय नारायण व्यास यूनिवर्सिटी जोधपुर


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