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नई सुबह आ रही

आशा जाकड़
इंदौर म.प्र.

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नई सुबह आ रही विश्वास दीप जलेंगे
नव उमंग जाग रही नये गीत रचेंगे।।

खेत की माटी बोल रही,
ओ कर्मवीर उठ जाओ।
प्राणों में अब हुंकार भरो,
मेहनत की फसल उगाओ।
नई रोशनी आरही अंधविश्वास दूर भगेंगे
नई सुबह आ रही विश्वास दीप जलेंगे।।

जीत उसे हासिल होती,
आशा के बल पर जीते।
बाधाओं को दूर हटाके,
वे नील गगन छू लेते।
कर्म-आँधी चलरही श्रम- फूल खिलेंगे।
नई सुबह आ रही विश्वास दीप जलेंगे।।

सारे बंधन तोड कर,
नई ऊर्जा से भर दें।
खौफ का साया जहाँ,
हौंसलों के पंख दे दें।
नई लहर आ रही आत्मविश्वास जगेंगे।
नई सुबह आ रही विश्वास दीप जलेंगे।

चुनौतियों का सामना करो,
भाग्य भरोसे बैठो नहीं।
पुरुष हो पुरुषार्थ करो ,
बाधाओं से डरो नहीं।
कर्मभूमि सज रही ज्ञानदीप जलेंगे।
नव उमंग जाग रही नये गीत रचेंगे।।

परिचय :- आशा जाकड़ (शिक्षिका, साहित्यकार एवं समाजसेविका)
शिक्षा – एम.ए. हिन्दी समाज शास्त्र बी.एड.
जन्म स्थान – शिकोहाबाद (आगरा)
निवासी – इंदौर म.प्र.
व्यवसाय – सेन्ट पाल हा. सेकेंडरी स्कूल इन्दौर से सेवानिवृत्त शिक्षिका)
प्रकाशन कृतियां – तीन काव्य संग्रह – राष्ट्र को नमन, नये पंखों की उड़ान, हमारा कश्मीर)
कहानी संग्रह – (अनुत्तरित प्रश्न), एक निबंध पुस्तक सिंहस्थ महोत्सव २०१६
उपलब्धियाँ – काव्य गोष्ठियों में नियमित पाठ, हिंदी रक्षक मंच (hindirakshak.com) सहित लगभग ५० पुस्तकों मे कहानी कविताओं व समीक्षाओं का प्रकाशन। आकाशवाणी व दूरदर्शन पर काव्य पाठ।
सम्मान – सरल अलंकरण (इन्दौर), महाराज कृष्ण जैन स्मृति सम्मान(शिलांग), मानद उपाधि राष्ट्रभाषा गौरव सम्मान (इलाहाबाद) नारी अस्मिता सम्मान, महादेवी वर्मा सम्मान मैं हूँ बेटी सम्मान (लखनऊ), मगसम प्रतिभा स्वर्ण सम्मान (दिल्ली) अन्तरा शब्द शक्ति सम्मान, महारानी लक्ष्मीबाई मैमोरियल सम्मान, काव्य रंगोली मातृत्व सम्मान, कल्पना चावला स्मृति सम्मान, विश्व शांति सम्मान आदि।


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