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मां

गीतांजलि ठाकुर
सोलन (हिमाचल)

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मुश्किल राहों में सफर
आसान लगता है।
ये मेरी मां की दुआओं का
असर लगता है।
मेरी हर मुश्किल को
यूं ही पहचान लेती हो,
ये मुझे कोई और नहीं
भगवान का रूप लगता है
माँ तू रूठ जाए तो
सब सूना सा लगता है,
तेरी एक मुस्कान से
घर स्वर्ग सा लगता है।
मुश्किल राहों में
सफर आसान लगता है।
ये मेरी मां की दुआओं का
असर लगता है।
हमें किसी और के
प्यार की क्या जरूरत
हमें तेरा प्यार ही
जन्नत लगता है।
मतलब की दुनिया
तो सिर्फ
मतलब के लिए
प्यार करती है,
मां तेरे प्यार मे कोई
मतलब नहीं होता,
इसलिए तो हमें तु
इतनी प्यारी लगती है।
मुश्किल में सफर
आसान लगता है।
यह मेरी मां की
दुआओं का असर लगता है….।।

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परिचय :-गीतांजलि ठाकुर
निवासी : बहा जिला सोलन तह. नालागढ़ हिमाचल


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