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मानसून देरी से आ रहा है

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रचयिता : विनोद वर्मा “आज़ाद”

मालवांचल की कुछ प्रचलित मान्यताएं जिसे आज भी जिया जा रहा है।
(गुमनामी की ओर बढ़ती हमारी परम्पराएं)
मानसून देरी से आ रहा है
इस बार मानसून देरी से आने के कारण ग्रामीण अंचलों में उथल-पुथल सी स्थिति निर्मित होने लगी। किसान का ध्यान आसमान और हवाओं की नमी पर लगा रहा तो व्यापारी भी अच्छे व्यापार की आस में आमजनों में घुलने-मिलने निकल पडे…..
गरीब के लिए दो जून की भोजन व्यवस्था की चिंता तो पंडित जी का भी ध्यान अपनी पंचांग पर लगा रहा,उंगली के पोर की गणना बार-बार उलझा रही है।
इन सबके बीच गरीबों की बस्ती से हमेशा की तरह निःस्वार्थ अपनी संस्कृति और उसके राग छेड़ना शुरू करती है कन्याएं व अच्छी बारिश की शुद्ध मन से प्रार्थना करती है। बहुत दिनों के बाद बनेडिया गांव में ऐसी ही बस्ती की कुछ कन्याएं मिट्टी का घर बना उसमें मेंढक के बच्चे को रख टोपली में सजाकर  सिर पर चढ़ाती है ।
गली – गली,घर-घर बच्चियां विभिन्न प्रकार के गीत गा- गाकर कुछ अनाज या धन प्राप्त करती है,फिर सभी मिलकर  पार्टी मनाती है, किसी खुले बाड़े में,जिसे बाग नाम दिया जाता है।वहां बाग रसोई(उज्जैनी) मनाते हुए पूजन कर भगवान इंद्र से पानी बरसाने की प्रार्थना करती है फिर भोजन होता है।
इस समय गए जाने वाले गीत-
(१)डेंडक माता डेंडक दे,पानी की पड़ताल दे।
म्हारा मामा को आड़ सूखे,
बाड़ सूखे,भू-भट,भू-भट ।।
(२)आम्बो घनों लांबो रे,
डाल गई गुजरात।
डाल में लगी केरी तो खयग्यो मदंयो भाट ।।
चलो बोलो रे……..
(३) बोलका की बोलकी रे,
भैस को पोलो सिंग।
सिंग में भरी दारू ,
तो पिग्यो अमरसिंग।।
चलो बोलो रे…..
इंदर राजा से पानी बरसाने हेतु प्रार्थना करते हुए महिलाएं भी गीत गाती है।
मेवाजी आपे बरसो ने धरती निबजे,
मेवाजी दुनिया मे होगा हाहाकार हो इंदरराजा,
आप बरसो ने धरती निबजे।
मेवाजी सुखी बाड़या ने
सुखी बावड़या
मेवाजी बछड़ा प्यासा जाय हो इंदरराजा,
आप बरसो ने ….  ……।
मेवाजी धरती अबोलो क्यों लियो हो,
अबोलो तो चले देवर-जेठ में
हो इंदरराजा
आपे बरसो ने धरती निबजे..।

लेखक परिचय :- 
नाम – विनोद वर्मा
सहायक शिक्षक (शासकीय)
एम.फिल.,एम.ए. (हिंदी साहित्य), एल.एल.बी., बी.टी., वैद्य विशारद पीएचडी. अगस्त २०१९ तक हो जाएगी।
निवास – इंदौर जिला मध्यप्रदेश
स्काउट – जिला स्काउटर प्रतिनिधि, ब्लॉक सचिव व नोडल अधिकारी
अध्यक्ष – शिक्षक परिवार, मालव लोकसाहित्य सांस्कृतिक मंच म.प्र.
अन्य व्यवसाय – फोटो & वीडियोग्राफी
गतिविधियां – साहित्य, सांस्कृतिक, सामाजिक क्रीड़ा, धार्मिक एवम समस्त गतिविधियों के साथ लेखन-कहानी, फ़िल्म समीक्षा, कार्यक्रम आयोजन पर सारगर्भित लेखन, मालवी बोली पर लेखन गीत, कविता मुक्तक आदि।
अवार्ड – CCRT प्रशिक्षित, हैदराबाद (आ.प्र.)
१ – अम्बेडकर अवार्ड, साहित्य लेखन तालकटोरा स्टेडियम दिल्ली
२ – रजक मशाल पत्रिका, परिषद, भोपाल
३ – राज्य शिक्षा केन्द्र, श्रेष्ठ शिक्षक सम्मान
४ – पत्रिका समाचार पत्र उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान (एक्सीलेंस अवार्ड)
५ – जिला पंचायत द्वारा श्रेष्ठ शिक्षक सम्मान
६ – जिला कलेक्टर द्वारा सम्मान
७ – जिला शिक्षण एवम प्रशिक्षण संस्थान (डाइट) द्वारा सम्मान
८ – भारत स्काउट गाइड संघ जिला एवं संभागीय अवार्ड
९ – जनपद शिक्षा केन्द्र द्वारा सम्मानित
१० – लायंस क्लब द्वारा सम्मानित
११ – नगरपरिषद द्वारा सम्मान
१२ – विवेक विद्यापीठ द्वारा सम्मान
१३ – दैनिक विनय उजाला राज्य स्तरीय सम्मान
१४ – राज्य कर्मचारी संघ म.प्र. द्वारा सम्मान
१५ – म.प्र.तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी अधिकारी संघ म.प्र. द्वारा सम्मान
१६ – प्रशासन द्वारा १५ अगस्त को सम्मान 

१७. मालव रत्न अवार्ड २०१९ से सम्मानित।
१८. २ अनाथ बेटियों को गोद लेकर १२वीं तक कि पढ़ाई के खर्च का जिम्मा लिया।

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