डॉ. संध्या जैन
इन्दौर म.प्र
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मां शारदे! मां शारदे!
तुमको पुकारतीऽऽ मैं।
इस धरती पर तुम्हें आना होगा
हम सबको मां तारना होगा
मां शारदे! मां शारदे!
तुमको पुकारतीऽऽ मैं।
विद्या के मंदिर में देखो
कैसा छा गयाऽऽ तमस
अब दूर करो सारा तमस
लाओ मां उजास अब
मां शारदे! मां शारदे!
तुमको पुकारतीऽऽ मैं।
हमसे हुई क्या भूल अब?
हमें जो चुभ रहे हैं शूल
इस बगिया में खिला दो फूल
रहे जिससे सब ही प्रफुल्ल।
मां शारदे! मां शारदे!
तुमको पुकारतीऽऽ मैं।
मीठी वाणी, कलम, कागद
क्या खो गए मां अब ये सब?
अच्छे-अच्छे प्रियजन
क्या सो गए मां सब?
मां शारदे! मां शारदे!
तुमको पुकारतीऽऽ मैं।
आओ मां! आओ मां!
वीणा के तारों के संग
कर दो हृदतंत्री को मां
आज तुम झंकृत।
मां शारदे! मां शारदे!
तुमको पुकारतीऽऽ मैं।
परिचय :- डाॅ. श्रीमती संध्या जैन
पिता का नाम : डाॅ. नेमीचन्द जैन
जन्म दिनांक : ३० अक्टूबर, १९६१
शिक्षा : एम.ए., हिन्दी, पी-एच.डी
सम्प्रति : १९८८ से इन्दौर के अनुदान प्राप्त श्री क्लाॅथ मार्केट कन्या वाणिज्य महाविद्यालय में सहायक प्राध्यापक,हिन्दी
पुरस्कार एवं सम्मान : १९८१-८२ में राष्ट्रीय एवं प्रावीण्य छात्रवृत्ति। १९८१ में, एम.ए. पूर्वार्द्ध में विश्वविद्यालय द्वारा घोषित परीक्षाफल के अनुसार सर्वाधिक अंक प्राप्त करने पर १९८२ में देवी अहिल्या विश्वविद्यालय, इंदौर की हिन्दी अध्ययन परिषद् (बोर्ड ऑफ़ स्टडीज) में चयनित किया गया।
१९८३ से १९८७ तक विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा प्रदत्त कनिष्ठ एवं वरिष्ठ शोध छात्रवृत्ति (फैलोशिप) से सम्मानित।
शोध कार्य के दौरान रिसर्च फैलो के रूप में शासकीय कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय, मोती तबेला इन्दौर में अध्यापन कार्य किया।
अखिल भारतीय स्तर पर आयोजित अनेक निबंध, लेख, कहानी आदि प्रतियोगिताओं में पुरस्कार एवं सम्मान।
राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठियों में शोध पत्रों की प्रस्तुति हेतु सम्मानित।
उत्कृष्ट सेवाओं हेतु महाविद्यालय द्वारा सम्मानित।
प्रकाशन : अनेक लेख, कहानी, कविताएँ, शोध पत्र एवं पुस्तक समीक्षाओं का प्रकाशन।
पुस्तक प्रकाशन : १. ‘प्रवाह‘ -जीवनोपयोगी आलेख- प्रथम संस्करण ; मार्च, २०१६,
२. ‘संवाद’ – काव्य संग्रह – कविताओं का गुलदस्ता, जून २०१७,
महाविद्यालय की वार्षिक पत्रिकाओं का संपादन।
महाविद्यालय द्वारा प्रतिमाह – १४ फरवरी, २००९ से १४ अगस्त २०१३ तक प्रकाशित भारतीय भाषाओं की शोध गतिविधियों के मुखपत्र ‘प्रवाह‘ का संपादन एवं संयोजन।
अभिनन्दन पत्र – दिगम्बर जैन सोशल ग्रुप द्वारा श्रेष्ठ शिक्षक हेतु।
सम्मान : साहित्य में लेखन हेतु – जे.एम.डी. पब्लिकेशन, दिल्ली, श्रेष्ठ रचनाकार सम्मान, नारी गौरव सम्मान। भाषा सहोदरी सम्मान।
प्रसारण : आकाशवाणी, इन्दौर से कार्यक्रमों का प्रसारण।
वर्ष २०१३ में दूरदर्शन इन्दौर से वसंत पंचमी कार्यक्रम एवं परिचर्चा का प्रसारण।
समाज सेवा : स्काउट्स के रूप में निरंतर तीन वर्षां तक।
महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना के तहत् कार्यक्रम अधिकारी के रूप में।
मध्यप्रदेश शासन उच्च शिक्षा विभाग, एकीकृत परती भूमि विकास परियोजना, महू (बड़गोंदा) में १९९३ के विशेष शिविर में मध्यप्रदेश शासन उच्च शिक्षा विभाग द्वारा सम्मानित।
विगत वर्षों में समाज सेवा प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित व्यक्तित्व विकास शिविर में (तंग बस्ती के बालक-बालिकाओं हेतु ) मार्गदर्शन एवं प्रशिक्षण।
वर्ष २०१३ -१४ में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा अनुमोदित लघु शोध परियोजना तैयार करते समय इन्दौर, धार, राजगढ़ मंदसौर आदि की आदिवासी महिलाओं की समस्याओं से अवगत होकर उनका निराकरण एवं उनके विकास हेतु प्रयास।
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