Thursday, November 7राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर आपका स्वागत है... अभी सम्पर्क करें ९८२७३६०३६०

सुनी सड़को पे

धैर्यशील येवले
इंदौर (म.प्र.)

********************

सुनी सड़को पे
घूमती आवारा बिल्लियों को
कुत्तों का डर नही रहा
वे जान गई है,
कुत्ते अब जगह से
नही हिलते,
उनका सारा कसबल
न रहा।

परिंदे जरूर शोख
हो गए है
उनकी उड़ान में
किसीका दखलंदाज
न रहा।
झूमने लगते है
दरख्तों के पत्ते
हवाके साथ साथ
धूल की मिलावट का
डर न रहा।

आसमान साफ है
है सितारे रौशन
न चाँद पे बदली है
रौशन इस कदर समा है
सूरज से कमतरी का
भाव न रहा।

इंसानों की दुनिया
है वीरान
जो मिला मुँह
छुपा कर मिला
इसे कहते है
जैसी करनी वैसी भरनी
सारे मुग़ालते हो गए दूर
हो गया घमंड चूर चूर
अपनो का कंधा भी
मयस्सर न रहा।

.

परिचय :-
नाम : धैर्यशील येवले
जन्म : ३१ अगस्त १९६३
शिक्षा : एम कॉम सेवासदन महाविद्याल बुरहानपुर म. प्र. से
सम्प्रति : १९८७ बैच के सीधी भर्ती के पुलिस उप निरीक्षक वर्तमान में पुलिस निरीक्षक के पद पर पीटीसी इंदौर में पदस्थ।
सम्मान – हिंदी रक्षक मंच इंदौर (hindirakshak.com) द्वारा हिंदी रक्षक २०२० सम्मान


आप भी अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि हिंदी रक्षक मंच पर अपने परिचय एवं फोटो के साथ प्रकाशित करवा सकते हैं, हिंदी रक्षक मंच पर अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि प्रकाशित करवाने हेतु अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, हिंदी में टाईप करके हमें hindirakshak17@gmail.com पर अणु डाक (मेल) कीजिये, अणु डाक करने के बाद हमे हमारे नंबर ९८२७३ ६०३६० पर सूचित अवश्य करें … और अपनी कविताएं, लेख पढ़ें अपने चलभाष पर या गूगल पर www.hindirakshak.com खोजें…🙏🏻

आपको यह रचना अच्छी लगे तो साझा जरुर कीजिये और पढते रहे hindirakshak.com हिंदी रक्षक मंच से जुड़ने व कविताएं, कहानियां, लेख, आदि अपने चलभाष पर प्राप्त करने हेतु हिंदी रक्षक मंच की इस लिंक को खोलें और लाइक करें 👉🏻  hindi rakshak manch 👈🏻 … हिंदी रक्षक मंच का सदस्य बनने हेतु अपने चलभाष पर पहले हमारा चलभाष क्रमांक ९८२७३ ६०३६० सुरक्षित कर लें फिर उस पर अपना नाम और कृपया मुझे जोड़ें लिखकर हमें भेजें…

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *