होशियार सिंह यादव
महेंद्रगढ़ हरियाणा
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जीवन है एक कहानी, सबने मानी जग जानी,
दिल की दिल में रहे, जब करते हैं मनमानी,
तमन्ना लेकर आते जन, हो ना पाती जब पूरी,
इंसान चले जाते हैं, रह जाती अधूरी कहानी।
एक बार की बात है, वृद्ध बता रहा खजाना,
अंतिम घड़ी पास में, परिवार ने कहना माना,
बताते-बताते साँस छूटी, रह गई अधूरी बात,
मन की मन में रह गई, खजाना न लगा हाथ।
मियां बीवी चले जा रहे, कार गति बढ़ाई थी,
खुश होकर बातें करते, शादी खुशी मनाई थी,
रास्ते में हो गई दुर्घटना, दोनों की हो गई मौत,
दिल की दिल में रह गई, खामोश रह गये होठ।
एक समय की बात है, राजा-रानी चले थे साथ,
कहा राजा ने रानी से, बतलाऊंगा कल एक बात
नींद में दोनो खो गये, छा गई अंधेरी काली रात,
सुबह दोनों चिरनिद्रा में थे, रह गई अधूरी बात।
वक्त समय पर काम हो, तब ना रहे अधूरी बात,
नहीं पता किस मोड़ पर, हो जाती है मुलाकात,
अधूरी कहानी पूरी ना हो, जब छा जाए अंधेरा,
नहीं पता किसकी रात हो, किसका होता सवेरा।
खुलकर कर लो मन की, कल का भी पता नहीं,
मिलना हो मिल लेना , नहीं पता खो जाए कहीं,
राज दफन दिल में रहते, जब इंसान चला जाएगा
बीत समय लौट नहीं आए, फिर बहुत पछताएगा
सोचता है इंसान बहुत, हो जाता जीवन में कुछ,
सोचकर चलता मिलेंगे दुख, मिल जाते हैं सुख,
हंसना हो खुलकर हंसे, कहीं कहानी रहे अधूरी,
आज-अभी तो वक्त है, कर लो मन की अब पूरी।
अवाक कर दे वाणी को, कब सील जाएं होठ,
खुश होकर जा रहे, न जाने कब पड़ जाए सोंट,
अधूरी कहानी जब रहती, सोचकर पछताना है,
जाना होगा जग से जरूर, उस प्रभु को पाना है।।
परिचय :- होशियार सिंह यादव
जन्म : कनीना, जिला महेंद्रगढ़, हरियाणा
पिता : स्व. श्री जयनारायण (कवि) एवं गोपालक देहांत १९८९
मां : स्व. मिश्री देवी गृहणि देहांत २०१६
निवासी : महेंद्रगढ़ हरियाणा
शिक्षा : पीएच. डी. (जारी) एम. एससी (बायो एवं आईटी), एम.ए. (हिंदी, अंग्रेजी एवं राजनीति शास्त्र), एमसीए, एम. एड., पीजी डिप्लोमा इन कंप्यूटर, पी जी डिप्लोमा इन जर्नलिज्म एवं मास कम्यूनिकेशन, पी जी डिप्लोमा इन गांधियन स्टडिज, गोल्ड मेडलिस्ट पंजाब वि.वि.।
रचनाएं : अब तक विभिन्न विषयों पर २४ पुस्तकें प्रकाशित। राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय पत्रिकाओं में शोधपत्र प्रकाशित, विभिन्न पत्र एवं पत्रिकाओं में कहानी, लेख, मुक्तक, क्षणिकाएं, प्रेरक प्रसंग, कविताएं प्रकाशित होती रहती हैं।
हरियाणा साहित्य अकादमी से अनुमोदित पुस्तकों में : आवाज, बाल कहानियां, उपयोगी पेड़ पौधे, शिक्षा एक गहना
व्यवसाय : लेखक, पत्रकार एवं शिक्षण कार्य में श्रेष्ठता।
सम्मान : हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी द्वारा कहानी लेखन में प्रथम पुरस्कार सहित पांच दर्जन सरकारी एवं गैर सरकारी संस्थाओं द्वारा सम्मानित। महेंद्रगढ़ न्यायाधीश द्वारा रजत पदक से सम्मानित। अरुंधती वशिष्ठ अनुंसधान पीठ द्वारा देशभर से आयोजित निबंध लेखन में एक्सीलेंस अवार्ड। हरियाणा के राज्यपाल से पुरस्कृत। तीन शोध भी प्रकाशित
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करता हूँ कि मेरी यह रचना स्वरचित एवं मौलिक है।
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