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मुझको आता नहीं बिखरना,

गोरधन भटनागर
खारडा जिला-पाली (राजस्थान)

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मुझको आता नहीं बिखरना,
यू गिरना मैंने सीखा नहीं ।
चलता हूँ, मैं बीना रूके,
रूकना मेंरी आदत नहीं ।।
मुझको आता नहीं बिखरना……।

देखा नहीं अभी तो जीवन,
जीना है, बहुत अभी ।
उम्र नहीं हैं, अभी मेरी ,
मुझको आता नहीं बिखरना…..।

अभी कैसे रूक जाऊ ,
कैसे मैं थक जाऊ।
कुछ देखा नहीं अभी तो,
जीने की भी नहीं चाहत।
मुझको आहट सी लगती हैं ।।
मुझको आता नहीं बिखरना…..।

कुछ कर गुजरने की ताकत हैं, मुझमें ।
बस! वो दिखाने आया हूँ ।
मुझको आता नहीं बिखरना…..।

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परिचय :-
नाम : गोरधन भटनागर
निवासी : खारडा जिला-पाली (राजस्थान)
जन्म तारीख : १५/०९/१९९७
पिता : खेतारामजी
माता : सीता देवी
स्नातक : जय नारायण व्यास यूनिवर्सिटी जोधपुर


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