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सुख संदेश

संजय जैन
मुंबई (महाराष्ट्र)
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गीत मोहब्बत के लिखता हूँ
बड़े प्यार से गाता हूँ।
अंधेरे दिलों में
प्रेम का दीपक जलता हूँ।
और जीने की कला
लोगों को सिखाता हूँ।
गीत मोहब्बत के लिखता हूँ
बड़े प्यार से गाता हूँ।।

दिलों में पल रही कड़वाहट
और नफरतो के बीजो को।
अपने दिलों से तुम निकालो
और प्यार मोहब्बत को अपनाओ।
तेरे दिल की दशा और काया
निश्चित ही बदल जायेगी।
तेरे जीवन में खुशीयों की
फिर बहार आ जायेगी।।
गीत मोहब्बत के लिखता हूँ
बड़े प्यार से गाता हूँ।
अंधेरे दिलों में प्रेम का
दीपक जलता हूँ।।

रखा क्या है नफरत और
कड़वाहटो को दिल में रखकर।
तू इसी में उलझा रहता है
और इसी को जीवन कहता है।
और दफन कर रहा है
अपनी नई नई उमंगो को।
बस नफरतो में जीता
और उसी में मरता रहता है।।
गीत मोहब्बत के लिखता हूँ
बड़े प्यार से गाता हूँ।
अंधेरे दिलों में प्रेम का
दीपक जलता हूँ।।

जगाओं दिल में अपने
तुम स्नेह प्यार को।
बदल जायेगा तेरा जीवन
जो तुम मोहब्बत करोगें।
लोगों के दिलों में स्नेह
प्यार की तुम छाप छोड़ोगे।
और अमन सुख शांति का
प्यारा संदेश समाज को दे पाओगें।।
गीत मोहब्बत के लिखता हूँ
बड़े प्यार से गाता हूँ।
अंधेरे दिलों में प्रेम का
दीपक जलता हूँ।।

परिचय :- बीना (मध्यप्रदेश) के निवासी संजय जैन वर्तमान में मुम्बई में कार्यरत हैं। करीब २५ वर्ष से बम्बई में पब्लिक लिमिटेड कंपनी में मैनेजर के पद पर कार्यरत श्री जैन शौक से लेखन में सक्रिय हैं और इनकी रचनाएं राष्ट्रीय हिंदी रक्षक मंच (hindirakshak.com) सहित बहुत सारे अखबारों-पत्रिकाओं में प्रकाशित होते रहती हैं। ये अपनी लेखनी का जौहर कई मंचों पर भी दिखा चुके हैं। इसी के चलते कई सामाजिक संस्थाओं द्वारा इन्हें सम्मानित किया जा चुका है। आप मुम्बई के नवभारत टाईम्स में ब्लॉग भी लिखने के साथ-साथ मास्टर ऑफ़ कॉमर्स की शैक्षणिक योग्यता रखने वाले संजय जैन कॊ लेख,कविताएं और गीत आदि लिखने का बहुत शौक है, आप लिखने-पढ़ने के ज़रिए सामाजिक गतिविधियों में भी हमेशा सक्रिय रहते हैं।
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करता हूँ कि सर्वाधिकार सुरक्षित मेरी यह रचना, स्वरचित एवं मौलिक है।


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